
टाटा समूह के मालिक रतन टाटा अपने उदार और सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं । देश के सबसे दानवीर उद्योपतियों में शुमार रतन टाटा को भारत रत्न दिलाने के लिए आजकल सोशल मीडिया पर मुहिम जारी है । कोरोना काल में और इससे पहले भी कई मौकों पर उन्होंने ये साबित किया है कि वो देश के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं । लेकिन खुद के लिए चल रहे इस कैंपेन से वो थोड़े से नाराज हो गए हैं । इसी वजह से उन्होंने ये कैंपेन बंद करने को कहा है ।
एक ट्वीट के बाद शुरू हुआ अभियान
दरअसल सोशल मीडिया पर रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग मोटिवेशनल स्पीकर डॉक्टर विवेक बिंद्रा के एक ट्वीट के बाद हुई थी, जिसमें उन्होंने रतन टाटा की तारीफ करते हुए उनके लिए सरकार से भारत रत्न की मां की और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस मुहिम में जुड़ने के लिए कहा। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग रतन टाटा के समर्थन में ट्वीट कर उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की मांग कर रहे हैं।
रतन टाटा की अपील
हालांकि, इस बीच रतन टाटा ने खुद ही ट्वीट कर इस तरह के अभियानों को बंद करने की मांग की है। उन्होंने सरल शब्दों में कहा कि मैं सिर्फ भारतीय होने की बात से ही खुद को भाग्यशाली महसूस करता हूं। उन्होंने ट्वीट किया – ‘सोशल मीडिया पर लोगों के एक तबके द्वारा एक अवॉर्ड को लेकर व्यक्त की गई भावनाओं की मैं सराहना करता हूं, पर बेहद नम्रता के साथ अपील करता हूं कि ऐसे अभियान बंद कर दिए जाएं। मैं सिर्फ भारतीय होने पर ही गर्व महसूस करता हूं और भारत के विकास और समृद्धि में योगदान कर सकने पर खुद को भाग्यशाली मानता हूं।’
सोशल मीडिया पर और तेज हुआ अभियान
रतन टाटा के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उनकी और तारीफ करनी शुरू कर दी । एक यूजर ने लिखा- “सर ये आपका बड़प्पन है जो आप ऐसा कह रहे हैं, ये काम तो सरकार को बहुत पहले ही कर देना चाहिए था। अभी देर नहीं हुई है आपको भारत रत्न मिलना ही चाहिए।” वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, “सर जवाहरात को सर्टिफाई करने की जरूरत नहीं होती। इसी तरह आपको भारत रत्न मिले या नहीं, आप भारत माता के रत्न ही रहोगे। भारत आपको कभी नहीं भूलेगा। भगवान आपको लंबी उम्र दे, ऐसी प्रार्थना है।”
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