इन तीन बैंकों में कभी नहीं डूबेगा आपका पैसा, जानिए वजह


पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है। वहीं दूसरी तरफ देश में कोरोना और लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ा है। इससे बैंकिंग सेक्टर भी प्रभावित हुआ है, जहां कई बैंकों की माली हालत बहुत खराब हो गई। जिसके बाद ग्राहकों का कई बैंकों पर से भरोसा भी उठ चुका है, मगर अब भारतीय रिजर्व बैंक ने SBI, ICICI और HDFC को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। आरबीआई के अनुसार तीनों बड़े बैंकिंग संस्थान हैं और ये कभी भी डूब नहीं सकते हैं।

आरबीआई ने मंगलवार को D-SIB (Domestic Systemically Important Banks) की 2020 लिस्ट जारी की है। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार SBI, ICICI और HDFC का नाम बड़े कर्जदाता बैंकों में शामिल है, जो विपरीत परिस्थितियों के बाद भी 2020 में व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण घरेलू बैंकों के रूप में स्तिथ हैं। SIB को पर्यवेक्षण के उच्च स्तर के अधीन किया जाता है जिससे किसी भी विफलता की स्थिति में वित्तीय सेवाओं में रुकावट न आए और अगर आए भी तो इसे रोकने के उपाय भी करने होंगे।

भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि SBI, ICICI और HDFC बैंक को व्यवस्थित रूप से घरेलू बैंकों (डी-एसआईबी) के रूप में जाना जा रहा है। D-SIB के लिए अतिरिक्त कॉमन इक्विटी टियर 1 (CET1) की जरूरत 1 अप्रैल, 2016 से चरणबद्ध और 1 अप्रैल, 2019 से पूरी तरह असर पड़ गया है। भारतीय स्टेट बैंक के मामले में जोखिम भारित परिसंपत्तियों (आरडब्ल्यूए) के प्रतिशत के रूप में अतिरिक्त सीईटी 1 की जरूरत 0.6 प्रतिशत है, जबकि अन्य दो बैंकों के लिए यह 0.2 प्रतिशत ही आवश्यकता है।

सेंट्रल बैंक के अनुसार यदि भारत में विदेशी बैंक की शाखा, एक वैश्विक व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण बैंक (G-SIB) है, तो उसे अपने RWA के अनुपात के मुताबिक, भारत में अतिरिक्त CET1 पूंजी अधिभार को बनाए रखना होगा। SIB वित्तीय संकट के समय बैंकों की सहायता सरकार के माध्यम से करता है। ये बैंक फंडिंग मार्केट में कुछ लाभ का भी फायदा लेते हैं।

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