किसी भी स्पोर्ट्स में खेलने वाले खिलाड़ियों की चाहत होती है, कि वह एक दिन अपने देश के लिए खेलें, लेकिन उसमें से कुछ ही किस्मत वाले होते हैं, जिनको ये मौका मिल पाता है। क्रिकेट के खेल में भी हमें कुछ ऐसा ही देखने को मिलता हैं, जहां कई अच्छे खिलाड़ी भी अपने देश के लिए खेलने का मौका नहीं बना पाते हैं।
लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी किस्मत वाले खिलाड़ी होते हैं, जिनको 2 देशों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका मिल जाता है, जिसमें यदि अभी तक का सबसे बड़ा नाम देखा जाए तो मौजूदा इंग्लैंड टीम के कप्तान इयोन मोर्गन हैं, जिन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत आयरलैंड की टीम से की थी, जिसके बाद अब इंग्लैंड टीम के लिए बतौर कप्तान खेलते हुए दिख जाते हैं। हम आपको इस आर्टिकल में ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 2 देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेला है।
5 – वैन डेर मर्व (दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड)
बायें हाथ स्पिनर वैन डेर मर्व जिनका जन्म दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुआ था, उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत भी उसी देश से खेलते हुए की जिसके बाद 13 वनडे और इतने ही टी20 मैच अफ्रीका टीम के लिए मर्व ने खेलने के बाद नीदरलैंड्स से खेलने का फैसला किया जिसके लिए वह अभी तक 12 टी20 मैच खेल चुके हैं।
4 – डर्क नैंस (नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया)
बायें हाथ के तेज गेंदबाज डर्क नैंस ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत नीदरलैंड्स टीम से खेलते हुए की थी, जिसके लिए उन्होंने सिर्फ 2 टी20 मैच ही खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया से खेलने का फैसला किया और इसके बाद नैंस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 15 टी20 मैच और 1 वनडे मैच खेलने के बाद संन्यास का फैसला किया।
3 – केप्लर वेसेल्स (ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका)
ऑस्ट्रेलिया से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले केप्लर वेसेल्स ने अपने करियर में कुल 40 टेस्ट और 109 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने साल 1982 से लेकर 1985 तक ऑस्ट्रेलियन टीम के लिए और उसके बाद 1992 से लेकर 1994 तक दक्षिण अफ्रीका के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला।
2 – इफ्तिखार खान पटौदी (इंग्लैंड, भारत)
इसके बारे में शायद ही बेहद कम लोगों को ही पता होगा कि इफ्तिखार खान पटौदी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत इंग्लैंड की तरफ से खेलते हुए एशेज सीरीज में खेला और डेब्यू मैच में शतक लगाया था, जो उन्होंने साल 1932 से 1934 के बीच 3 मुकाबले खेले गए थे। इसके बाद इफ्तिखार खान पटौदी ने साल 1946 में भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में खेला।
1 – इयोन मोर्गन (आयरलैंड, इंग्लैंड)
इस लिस्ट में आप इस नाम को सबसे बड़ा मान सकते हैं, क्योंकि बाकी सभी खिलाड़ी जिन्होंने दूसरे देश से खेलने का फैसला किया वह इतना सफल नहीं हो सके जितना इयोन मोर्गन हुए। साल 2006 को आयरलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले मोर्गन ने 23 वनडे खेलने के बाद इंग्लैंड के लिए खेलने का फैसला कर लिया।
जिसके बाद वह अभी इंग्लैंड के लिए जहां 235 वनडे मैच खेलने के बाद 7000 से अधिक रन बना चुके हैं, तो वहीं अपनी कप्तानी में टीम को उसका पहला वनडे विश्वकप भी जितवाया है, जिस कारण इयोन मोर्गन को इंग्लैंड के सबसे सफल कप्तानों में से एक माना जा सकता है।
source- sportsgaliyara.com
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