कार्टून के जरिए हिंदू संस्कृति का उड़ रहा था मजाक, जनता के विरोध पर प्रसार भारती ने रोक दिया प्रसारण

 


देश के बहुसंख्यक हिन्दू समुदाय के देवी देवताओं का अपमान करना कोई नई बात नहीं है लेकिन अब दूरदर्शन में प्रसारित होने वाले कार्टून शो में हिंदू संतों और योग का आपत्तिजनक चित्रण सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गया है। इसके चलते अब प्रसार भारती ने एक्शन लिया है अब शेखचिल्ली नाम के इस शो का प्रसारण दूरदर्शन में नहीं किया जाएगा। लोगों का मानना था कि यह शेखचिल्ली कार्टून शो बच्चों के दिमाग में हिंदू संस्कृति के प्रति अभी से मजाक और नकारात्मकता का भाव डाला जा रहा है।

इस शो के एक एपिसोड में देखा गया कि शो में शेख चिल्ली जो एक मुस्लिम चरित्र के रूप में दर्शाया गया और वो योग गुरुओं का मज़ाक उडाता है। इसमें शेख चिल्ली और उसके दोस्त समेत जिन्न योग गुरु को योग करने की चुनौती देते हैं। इस एपिसोड के प्रसारण के बाद इसकी क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी हैं, जिसके बाद लोगों ने कहा कि इस तरह के शो के जरिए योग और साधु संतों का अपमान किया जा रहा है और उनके प्रति दुष्प्रचार किया जा रहा है जो कि आलोचनात्मक है।

इस टीवी शो में पहले भी कई एपिसोड दिखाए जा चुके हैं। एपिसोड के अंत में भी इन साधु संतों का अपमान किया जाता है। उन्हें भूत प्रेत और चुड़ैल जैसी संज्ञाएं दी जाती हैं। लोगों का मानना है कि कुछ असामाजिक तत्व अपने एजेंडों के तहत इन हिंदू विरोधी शोज़ को प्रसारित कर रहे हैं और उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है फिर भी यह लोग साधु-संतों और योग जैसे सम्मानित क्रिया तक का अपमान करने लगे हैं। खास बात यह भी है कि इसके जरिए छोटे बच्चों में हिंदू देवी देवताओं और साधु-संतों के लिए हीन भावना भरी जा रही है।

लोग इसके प्रसारण के बाद सोशल मीडिया पर दूरदर्शन से सवाल पूछ रहे हैं। जिसका जवाब दे पाना प्रसार भारती के लिए भी मुश्किल हो रहा है। लोग समय-समय पर इस तरह के टीवी शोज़ की निंदा खुलकर सोशल मीडिया पर करते रहते हैं। उसके बावजूद प्रसार भारती जैसे संस्थानों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है। लोगों के लगातार सवाल पूछने पर प्रसार भारती के लिए भी स्थितियां असहज हो गईं और फिर आई जानकारी के मुताबिक अब इस शेख चिल्ली नाम के इस हीनभावना वाले टीवी शो का प्रसारण नहीं किया जाएगा।

टेलीविजन चैनलों से लेकर इंटरनेट की वेब सीरीज तक में ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां कुछ खास लोग हिंदू देवी देवताओं और साधु संतों का अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर मजाक बनाया जाता है। उन पर आलोचना के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। इसको लेकर लगातार सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा दर्ज की जा रही आपत्ति इस बात का साफ संकेत है कि अब सरकारों को इस मसले पर ध्यान देते हुए विशेष एक्शन लेना ही होगा। जिसकी शुरुआत प्रसार भारती ने कर दी है।

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