चीन में शिंजियांग प्रांत है जहां से उइगर मुस्लिमों के बारे में रिपोर्ट आती ही रहती है! इस प्रांत में 2 साल पहले एक रेस्क्यू किया गया था! बताया गया है कि उइगर मुस्लिमों की जबरदस्ती सूअर का मांस खिलाया जाता है जानकारी के लिए बता दें कि सूअर का मांस इस्लाम में प्रतिबंध है! यूरोपीय स्वीडन देश में सौतबे इस समय रहती है वह दो बच्चों की मां है और पेशे से डॉक्टर हैं! उन्होंने बताया है कि उइगर मुस्लिमों को सूअर का मांस खिलाने के लिए शुक्रवार का दिन चुना जाता था शुक्रवार वैसे तो मुस्लिम समुदाय के लिए पवित्र दिन माना जाता है! उन्होंने यह भी दावा किया गया है कि जो भी सूअर के मांस को खाने से मना करता था उसे बहुत कड़ी सजा दी जाती थी! उन्होंने आगे बताया है कि चीन में उइगर को लेकर जो भी नीतियां बनी थी वह उन्हें शर्म और अपराध बोध से भर देने वाली बनी थी उन्हें शब्दों के अंदर बयान भी नहीं किया जा सकता है!
उइगर मुस्लिमो की कहानी?
शिंजियांग जोकि चीन के उत्तर पश्चिम के अंदर है जोकि 8 देशों की सीमाओं से सटा हुआ प्रांत है दुनिया में उइगर की सबसे बड़ी आबादी इस इलाके में रहती है! यह लोग अधिकतर इस्लाम को मानते हैं यह कहानी सदियों पुरानी है उस समय यह कबीलाई जिंदगी जिया करते थे! पहले इनकी जड़ें तुर्की में हुआ करती थी फिर रिया इस बदलती रहती थी जीवन में ठहराव आया आखिरकार उन्होंने अपना बसेरा मंगोलिया में बसा लिया जहां उन पर ह-मला हो गया उसके बाद वह भागकर चीन के पश्चिम में आ गए! एक खाली इलाके को देखकर इन लोगों ने तंबू लगा दिया यह हिस्सा बाकी चीन से कटा हुआ रहता था उस वक्त इसे शीयु के नाम से जाना जाता था 18 वीं सदी में किंग वंश ने इसे चीन में मिला लिया और इसका नया नाम शिंजियांग रखा गया अर्थात नई सीमा!
जब चीन के अंदर क्यूमितांग और कम्युनिस्ट पार्टी के बीच सिविल वार हो रहा था तो उस समय शिंजियांग ने खुद को आजाद घोषित कर दिया था लेकिन साल 1949 में माओ की जीत हुई इसके बाद शिंजियांग को वापस चीन के अंदर मिला लिया गया! माओ ने चीन के बहुसंख्यक हान समुदाय के लोगों को वहां पर बताया जिसके चलते विरोध की गुंजाइश ही खत्म कर दी गई! उइगरों के लिए डिटेंशन कैंप बनाए गए, जहां उनकी पहचान बदलने की कोशिश चल रही है! इन कैंपों के अंदर लाखों संस्थाओं में यह लोग बंद है इनकी कहानियां कभी कबार बाहर आती ही रहती है इंटरनेशनल मीडिया में लगातार इनकी रिपोर्ट छपती है!
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