साल 2020 अलग-अलग क्षेत्र की हस्तियों के लिए बुरा साबित हो रहा है और अब साल का अंत होने से पहले कांग्रेस को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और यूपी के पूर्व राज्यपाल मोतीलाल वोरा का सोमवार को निधन हो गया है. दुखद बात ये है कि, निधन से एक दिन पूर्व ही मोतीलाल वोरा का जन्मदिन था और 93 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली.
दो दिन पहले अस्पताल में भर्ती
बता दें, खराब तबीयत के कारण मोतीलाल वोरा को करीब दो दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले वह कोरोना संक्रमण की चपेट में भी आ चुके थे और तब उन्हें एम्स, दिल्ली में भर्ती किया गया था. लेकिन कोरोना से जंग जीतकर वह वापस घर आ चुके थे. पर दो दिन पहले बिगड़ी तबीयत के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के निधन पर तमाम नेताओं ने दुख प्रकट करते हुए संवेदना जाहिर की है. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा- “वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे. हम उन्हें बहुत मिस करेंगे. उनके परिवार और दोस्तों को मेरा प्यार और संवेदनाएं.” बता दें, मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के काफी करीब थे और काफी लंबे समय तक उन्होंने कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली थी.
3 साल यूपी के राज्यपाल
राजनीति में उतरने से पहले मोतीलाल वोरा एक पत्रकार थे और इसके बाद वह कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए. उन्होंने काफी लंबे वक्त तक पार्टी में काम किया और इनकी गिनती गांधी परिवार के वफादार करीबियों में बोती थी. मोतीलाल को 1993 में उत्तर प्रदेश के गवर्नर के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिसे उन्होंने तीन सालों तक बखूबी निभाया था. इसके अलावा वह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी संभाल चुके हैं. जब 2019 में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था और राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त ऐसी चर्चाएं थे कि, मोतीलाल वोरा को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया जा सकता है. लेकिन आखिर में पद की जिम्मेदारी सोनिया गांधी को सौंपी गई.
आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।
Post a Comment