साल 2020 इस इंतजार में बीत गया कि कब कोरोना वायरस की वैक्सीन आए और सभी इस नए किस्म की बीमारी से बच सकें, जनजीवन सामान्य हो जाए । लेकिन अब जब से ब्रिटेन में काविड के दूसरे स्वरूप का विस्फोट हुआ है टेंशन बढ़ती जा रही है । ब्रिटेन में कोरोना का जो रूप अब फैल रहा है वो कोविड-19 से 70 फीसदी शक्तिाशाली बताया जा रहा है । सबसे खास बात ये कि कोरोना के इस नए स्ट्रेन पर वैक्सीन का कोई असर नहीं होगा ।
कोविड 2.0
डब्ल्यूएचओ ने इस नए कोरोनावायरस का नाम SARS-CoV-2 B.1.1.7 दिया है । ये पहले के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है । ब्रिटेन में इस वायरस का आतंक फैला हुआ है । वायरस की चपेट में लंदन, दक्ष्रिण पूर्व इंग्लैंड और पूर्वी इंग्लैंड के इलाके हैं, यहां आए कोरोना के 60 फीसदी मामले नए स्ट्रेन के ही बताए गए हैं । देश को सितंबर 2020 में इस नए रूप को पता चला और इसकी जानकारी विश्व स्वास्थ संगठन को दी गई । कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन के कारण अब तक 1108 लोगों की मौत हो चुकी है । जिसकी वजह से देश में सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है ।
हवाई सेवाएं बंद
एक दर्जन देशों ने ब्रिटेन जाने वाली सभी हवाई सेवाएं बंद कर दी हैं, इनमें एक देश भारत भी है । वहीं डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, इटली और नीदरलैंड देशों ने आश्ंका जताई है कि ब्रिटेन के जरिए उनके देश में भी कोरोना के नए स्ट्रेन की एंट्री हो चुकी है । हालांकि भारत सरकार ने नए स्ट्रेन को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं बताई है लेकिन ये जरूर कहा है कि इसके लिए गंभीर रहना जरूरी है ।
बच्चों – बुजुर्गों के लिए खतरनाक
नए कोरोना वायरस को लेकर डॉक्टर्स का कहना है कि ये नया स्ट्रेन काफी खतरनाक और संक्रामक है। ऐसे में यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है। चूंकि यह पहले से 70 फीयदी ज्यादा शक्तिशाली बताया जा रहा है, ऐसे में हर किसी को इसका खतरा पहले से कहीं ज्यादा है । हर किसी को अब डबल सेफ्टी रखने की जरूरत है । डॉक्टर्स की सलाह है कि इसे लेकर पैनिक न करें, लेकिन हमें गंभीर और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
चीन से कनेक्शन, वैक्सीन होगी बेअसर
सबसे खास बात और परेशान करने वाली बात ये कि इस नए रूप पर वैक्सीन बेअसर साबित होगी, कोविड-19 से ज्यादा शक्तिशाली इस नए वायरस पर बन रही वैक्सीन का असर नहीं होगा । इस नए रूप का भी चीन से कनेक्शन सामने आया है, अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंड की जर्नल साइंस मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चीनी वैज्ञानिकों ने क्लीनिकल ट्रायल के दौरान चूहों में SARS-CoV-2 को अलग किया था, इसी दौरान उन्हें N501Y मिला जो अत्यधिक विषैला और संक्रामक था । अब यही N501Y रूप ब्रिेटेन में फैले कोरोना वायरस में पाया गया है । दुनिया आज भी ये मानती है कोरोना को दुनिया में फैलाने के लिए चीन की वुहान लैब जिम्मेदार है, हालांकि चीन इसकी जिम्मेदारी लेने से बचता रहा है । अब इस नए रूप का कनेक्शन भी चीन से ही जुड़ता नजर आ रहा है ।
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