किसान की मांग और सरकार की जिद्द फिर नाकामयाब, 9 दिसंबर को फिर होगी कोशिश, जानें ये बड़ी बातें

 

farmers protest

दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर पिछले 11 दिनों से पंजाब-हरियाणा के किसान (Farmer) शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का ये विरोध किसान बिल (Farmers Bill) के खिलाफ है जिसे वह पूरी तरह से रद्द करवाना चाहते हैं। हालांकि, केंद्र सरकार (Central Government) किसान बिल को जारी रखने की जिद्द पर अड़ी है, लेकिन किसानों की समस्या का समाधान निकालने की बात कर रहे हैं। किसान और केंद्र सरकार के बीच 5 बार बातचीत हो चुकी है लेकिन दोनों की जिद्द के चलते अभी कोई समाधान नहीं निकल सका है। अगली बातचीत 9 दिसंबर को तय की गई है, लेकिन 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है।

MSP रहेगी जारी
शनिवार को किसानों के संग बातचीत में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ तौर पर एमएसपी जारी रहने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि एमएसपी किसानों के लिए अच्छा है इसलिए इन पर शंका करना गलत है, लेकिन फिर भी अगर किसी प्रकार की कोई बात मन में है तो केंद्र सरकार उसका समाधान करने के लिए तैयार है।

9 दिसंबर को होगी फिर बातचीत
5वें दौर के बातचीत में कृषि मंत्रियों ने किसानों से भी सुझाव मांगे लेकिन किसान अपनी जिद्द पर अड़े रहे। किसान समाधान नहीं किसान बिल रद्द करने की ठानें हैं। बातचीत सफल न होने पर एक बार फिर बातचीत का समय 9 दिसंबर को निर्धारित किया गया है।

8 दिसंबर को भारत बंद
किसानों ने केंद्र सरकार के जिद्द को देखते हुए 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। इस ऐलान को लेकर जब कृषि मंत्री से सवाल किया गया तो उन्होंने इसका जवाब देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं इसपर किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, भारत सरकार कई दौर की चर्चा कर चुकी है आए आगे भी करने के लिए तैयार है। आज बातचीत पूरी नहीं हो पाई इसलिए 9 तारीख को फिर से मीटिंग बुलवाई गई है।’

किसान प्रदर्शन पर PM-HM की भी बैठक
शनिवार को केंद्र सरकार और किसानों के बीच चार घंटे की बातचीत हुई। इस बातचीत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने आपस में बैठक की थी। किसान प्रदर्शन पर शनिवार को प्रधानमंत्री ने तीसरी बार उच्च स्तरीय बैठक की थी।

किसान का 39 सूत्रीय प्रस्तुति
वहीं, शनिवार से पहले गुरुवार को भी केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक हुई थी। किसान संगठनों द्वारा कृषि कानूनों पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए 39 सूत्रीय प्रस्तुति दी। उन्होंने संशोधन के लिए इनकार किया और एमएसपी योजना को आगे बढ़ाने पर लिखित आश्वासन की मांग की।

सरकार की अपील
सरकार लगातार किसानों को समझा रहे हैं कि किसान बिल उनके हित में काम करेगा लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हैं। सरकार किसानों से अपील कर रही है कि वे प्रदर्शन रोक लें और बीच का रास्ता अपनाए लेकिन किसान बिल को रद्द करने पर अ़ड़े हैं।

MSP में सुधार पर जोर
सितंबर माह में केंद्र सरकार ने किसान बिल को लागू किया था जिसके विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार अभी भी अपनी बात पर अड़ी हुई है वह इस बात पर बार-बार जोर दे रही है कि मंडी और एमएसपी की व्यवस्था जारी रहेगी और इसमें कुछ सुधार किया जाएगा।

अब तक तीन किसान मृत
किसान प्रदर्शन में अभी तक तीन किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। इस मौत के बाद किसानों ने केंद्र से कहा है कि यह अमानवीय है। विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए 2 किसानों के लिए गुरुवार को पंजाब सरकार ने उनके परिवारों को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है।


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