परिवार ने सुबह किया अंतिम संस्कार, रात 8 बजे घर के दरवाजे पर जिंदा लौटा शख्स, पुलिस दंग


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 किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार तब किया जाता है जब उसकी मृत्यु हो जाती है. लेकिन अंतिम संस्कार करने के बाद वही मृतक व्यक्ति शाम को घर आ जाए. तो हर कोई डर जाता है जो लाजमी भी है. ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर में देखने को मिली है. जहां एक परिवार अपने परिजन का अंतिम संस्कार करते हैं और वही शख्स फिर जिंदा लौटकर वापस आया है. जिससे हर कोई हैरान है. जब परिवारवालों ने अपने परिजन को जिंदा देखा तो उन्हें होश उड़ गए और पुलिस भी दंग रह गई. ऐसे में पूरे मामले की जांच-पड़ताल की गई.

श्मशान के पास मिला था शव
पूरा मामला बड़ौदा के माताजी मौहल्ले का है. जहां गुरुवार की शाम 7 बजे शहर के पुल दरवाजा श्मशान घाट के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पुलिस को बरामद हुआ था. शव की पहचान कराने के लिए पुलिस ने उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की जिससे शव के बारे में पता लगाया जा सके और परिजनों को सौंपा जा सके. तस्वीर वायरल होने के बाद अगले दिन यानि शुक्रवार को ही सुबह बड़ौदा के बंटी शर्मा ने उस मृतक शख्स की शिनाख्त अपने भाई दिलीप शुक्ला के रूप में की. जो मानसिक रूप से कमजोर है और चार-पांच दिनों से गायब था.

पुलिस ने भी मृतक व्यक्ति को बंटी शर्मा का भाई समझकर पोस्टमार्टम कराया और बॉडी कब्जे में लेकर सारी कागजी कार्रवाई पूरी की. इसके बाद परिजनों ने शुक्रवार की सुबह विधिवित तरीके से अंतिम संस्कार कर दिया औरmadhya-pradesh-sheopurउसी दिन रात 8 बजे घर के दरवाजे पर दिलीप ने दस्तक दी. जिससे आसपड़ोस वाले दंग रह गए. हालांकि, दिलीप के लौटने से शोक का माहौल खुशियों में बदल गया लेकिन पूरा परिवार दंग रह गया.

परिवार को सताया डर
उधर, पुलिस को जब इस बारे में पता चला तो वह भी दंग रह गई और अब परिवार के लोग पुलिस कार्रवाई के डर से सामने आने से बच रहे हैं. परिजनों का कहना है उनसे फोटो को पहचानने में गलती हो गई. वहीं पुलिस का कहना है कि उनकी कार्रवाई जायज है लेकिन सबसे बड़ी चुनौती ये है कि, उस शख्स के परिवारवालों को कैसे ढूंढा जाए.

खबर है कि, अज्ञात शख्स के परिजन पहचान के लिए आ रहे हैं और जिस व्यक्ति का शव पुलिस को मिला था. वह भेला भीम लत गांव का रामकुमार आदिवासी था. परिजनों के पहुंचने के बाद ही साफ हो पाएगा कि, वो शव उनके परिवार के परिजन का था या नहीं. पुलिस का कहना है कि पहचान के बाद परिवार को अस्थियां दी जाएंगी. लेकिन इस घटना की चर्चा चारों तरफ है. हर कोई हैरान है कि, भला परिवार से इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई.

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