QUAD के मिलिट्री मुख्यालय की तरह विकसित हो रहा सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पलाऊ


 पेसिफ़िक क्षेत्र में चीन के प्रभाव को जड़ से खत्म करने के लिए Quad अब कमर कस चुका है और ऐसा प्रतीत होता है कि Quad ने इस क्षेत्र में चीन के प्रभुत्व के सफाये के लिए अपना ठिकाना भी चुन लिया है, जिसका नाम है पलाऊ! अमेरिका हो, जापान हो या फिर ऑस्ट्रेलिया ही क्यों ना हो, ये सब देश मिलकर अब पलाऊ को सशक्त करने में लगे हैं और इसका सबसे बड़ा कारण है पलाऊ की बेहद महत्वपूर्ण strategic location!

फिलीपींस के पूर्व में और इंडोनेशिया के उत्तर में स्थित यह छोटा सा देश पलाऊ Quad के लिए रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है। यह टापू दक्षिण चीन सागर के पूर्व में हैं जहां से Quad आसानी से चीन को पेसिफ़िक क्षेत्र में घुसने से रोक सकता है। इस टापू की स्थिति को समझते हुए अब Quad देशों ने इस टापू पर विशेष ध्यान देने का फैसला लिया है, जो दर्शाता है कि आने वाले समय में Quad देश इस टापू को अपने अहम ठिकाने के रूप में विकसित कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए हाल ही में पलाऊ ने यह ऐलान किया था कि वह अपने यहाँ अमेरिका के एक military base को विकसित करने के लिए राज़ी हो गया है। अगस्त महीने में ही अमेरिकी रक्षा सचिव ने इस द्वीप देश की यात्रा की थी, और उसके बाद पलाऊ की ओर से ऐसा ऐलान करना दिखाता है कि यह देश भी चीन को आड़े हाथों लेने के लिए पूरी तरह तैयार है। दक्षिण चीन सागर में चीन को घेरने के लिए पलाऊ बेहद अहम कड़ी साबित हो सकता है। पलाऊ के पूर्वोत्तर में गुआम द्वीप हैं जहां पहले ही अमेरिका के military bases मौजूद हैं। पलाऊ के इस कदम के बाद दक्षिण चीन सागर में चीन की घेराबंदी और आसान हो जाएगी।

इतना ही नहीं, हाल ही में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर इस देश को उसकी दूसरी Optical fiber प्रदान करने का भी ऐलान किया है। बता दें कि Trans Pacific Networks नामक एक कंपनी दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर अमेरिका तक एक और Optical Fiber बिछा रही है, और अब पलाऊ को इसी optical fiber से जोड़ा जाएगा। सबसे अहम बात यह है कि इस प्रोजेक्ट को Quad के तीन सदस्य देशों यानि अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा फंड किया जाएगा! ज़ाहिर है कि तीनों देश सुरक्षा कारणों की वजह से ही इस द्वीप को इतनी तवज्जो दे रहे हैं, और यहाँ बेहतर कम्यूनिकेशन सुविधा देकर अमेरिका क्षेत्र में अपनी सुरक्षा नीति को और मजबूत करना चाहता है।

इसी प्रकार ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में इस देश को अपनी सुरक्षा मजबूत करने के लिए Patrolling Boats देने का ऐलान किया था। सितंबर महीने में ऑस्ट्रेलिया की सरकार द्वारा पलाऊ की सरकार को ये patrolling Boats गिफ्ट की गयी थी। स्पष्ट है कि Quad के ये देश अब पलाऊ को अपने ठिकाने के रूप में विकसित कर क्षेत्र में चीन के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले हैं। Indo-pacific में ASEAN के बाद पेसिफिफ क्षेत्र रणनीति रूप से काफी अहम है और अमेरिका अब पेसिफिक को पूरी तरह चाइना-फ्री करना चाहता है। चीन को पलाऊ चुनौती से जल्द ही जल्द निपटना ही पड़ेगा अन्यथा उसके लिए इस क्षेत्र पर अपना प्रभुत्व बनाए रखना बेहद मुश्किल होगा!

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