पहले फ्रांस को लेकर पाक ने फेक न्यूज फैलाया, अब बेइज्जत होकर किया ट्वीट को डिलीट

 


पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की बेइज्जती होना अब एक आम बात हो गई है, दुनिया का कोई भी मुल्क आजकल पाकिस्तान को लताड़ देता है। फ्रांस के खिलाफ जिस तरह से पाकिस्तान इस समय आक्रमक रुख अख्तियार कर रहा है, उसके चलते अब फ्रांस भी पाकिस्तान को लताड़ने में कोई गुरेज नहीं करता है। इसी बीच अब पाकिस्तानी मंत्री के एक ट्वीट पर फ्रांसिसी विदेश मंत्रालय ने  पाक को इतनी बुरी लताड़ लगाई है कि पाक के मंत्री को अपनी अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती के बाद अपना ट्वीट ही डिलीट करना पड़ा है। हालांकि, पाकिस्तानियों के लिए कोई नई बात नहीं हैं।

फ्रांस के मैक्रों समेत वहां का पूरा प्रशासन इस वक्त इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ कदम उठा रहा है। जिसके तहत मैक्रों ने मुस्लिम समुदाय के लिए एक चार्टर पेश किया है। इस नए चार्टर के मुताबिक, “इस्लाम एक धर्म है और इससे किसी भी तरह के राजनीतिक आंदोलन को जोड़ा नहीं जा सकता है। साथ ही फ़्रांस के मुस्लिम संगठनों में किसी भी तरह के विदेशी हस्तक्षेप को प्रतिबंधित किया जाएगा। इसकी स्वीकृति को लेकर वहां की सरकार द्वारा 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया गया है।” बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, “सीएफसीएम ने नेशनल काउंसिल ऑफ इमाम बनाने पर सहमति दे दी है जो फ्रांस में इमामों को आधिकारिक मान्यता देगा। वहीं इसके  नियमों के उल्लंघन पर इमामों के खिलाफ कार्रवाइयां की जा सकेगी।”

फ्रांस के इस कदम को लेकर पाकिस्तान फ्रांस के खिलाफ भड़का हुआ है। आए दिन वो फ्रांस विरोधी बयान देता रहता है। वहीं इस मसले पर पाक की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मज़ारी ने अपने एक ट्वीट में फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बयान की निंदा करते हुए उन्हें एक नाज़ी करार दिया है। उन्होंने मुसलमानों का हितैषी बनते हुए लिखा था, “मैक्रों मुसलमानों के साथ वैसा ही व्यवहार कर रहे हैं जैसा द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था।”

इसके बाद फ्रांस की तरफ से पाकिस्तान को लताड़ लगा दी गई। फ्रांस सरकार ने पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री के बयान पर नाराजगी व्यक्त की और विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद से मंत्री के बयान पर सफाई मांगते हुए इन टिप्पणियों को सुधारने और सम्मान के आधार पर बयानबाजी करने को कहा था। फ्रांस का ये बयान आना पाकिस्तान के लिए खौफ भरा साबित हुआ। जिसके बाद पाकिस्तानी मंत्री की भाषा ही बदल गई, जिसके बाद उन्होंने अपनी और अपने मुल्क की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती करवा ली।

पाकिस्तानी मानवाधिकार मंत्री ने न केवल अपने बयान को वापस लिया बल्कि वो इतना खौफ में आ गईं कि उन्हें अपना ट्वीट तक डिलीट करना पड़ा। उन्होंने लिखा, “मैंने जिस लेख का हवाला दिया था, उसमें सुधार कर लिया गया है। साथ ही मैंने अपना ट्वीट भी हटा लिया है, जिस पर आपत्ति जताई गई थी।” इस एक और घटना के साथ ही पाकिस्तानी नेताओं ने अपनी अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती का नया रिकॉर्ड स्थापित कर लिया।

पाकिस्तान तब से फ्रांस से नाराज है जबसे फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने फ्रांस में इस्लामिक कट्टरता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। पाकिस्तान तब से लगातार फ्रांस में बनी हुई छोटी-छोटी चीजों को बैन कर रहा है और इन्हें हराम बता रहा है, लेकिन बचकानी हरकतें करने वाला यह मुल्क जिस देश का विरोध कर रहा है उसी देश के फाइटर प्लेन पाकिस्तानी वायु सेना उड़ाती है। जो दिखाता है कि यह मुल्क खुद कुछ भी करने में सक्षम नहीं है। पाकिस्तान ठीक तुर्की की तरह ही इस्लामिक कट्टरता की ओर बढ़ता हुआ विकास की रेस में सबसे अंतिम पायदान पर पहुंच चुका है और आए दिन वैश्विक मंच पर अपनी बेइज्जती कराने का नया एजेंडा लेकर आता है।

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