इस दिवाली इस राज्य में नहीं फोड़े जाएंगे पटाखे, प्रदेश सरकार ने इसलिए उठाया ऐसा कदम


बस कुछ ही दिनों का इंतजार है। इसके बाद फिर हम और आप मिलकर अपने परिवार, मित्रों व शुभचिंतकों के साथ दिवाली बड़े हर्षों-उल्लास के मनाएंगे, लेकिन इस बार की दिवाली बेहद चुनौतीपूर्ण स्थिति में मनाई जा रही है। मसलन, जहां एक तरफ कोरोना का कहर अपने चरम पर पहुंचने पर आतुर है तो वहीं प्रदूषण भी अब अपने शबाब पर नजर आ रहा है। ऐसी स्थिति में राजस्थान की गहलोत सरकार ने इस दिवाली पटाखे नहीं फोड़ने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी कोई हमारे फरमान की नाफरमानी करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश सरकार के मुताबिक, यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि कोरोना मरीजों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ऐसा कहना है 
इस संदर्भ में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि एक तरफ जहां कोरोना का कहर है तो दूसरी तरफ प्रदूषण की मार  से कोरोना मरीजों को अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, इन गंभीर समस्याओं की चपेट में खासकर उन लोगों के आने की संभावना जताई जा रही है,  जो कोरोना को मात दे चुके हैं। ऐसे लोगों के लिए इस बार दिवाली में फोड़े गए पटाखे समस्याओं का सबब बन सकते हैं, लिहाजा प्रदेश सरकार ने कोरोना मरीजों के हितों सहित अन्य संजीदा स्थिति का अभास लगाते हुए यह फैसला लिया है। लिहाजा प्रदेश सरकार के इस कदम का क्या असर पड़ता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा

अस्थायी लाइसेंस पर लगी रोक 
इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने अस्थायी लाइसेंस पर रोक लगाने का फैसला किया है। किसी भी शादी समारोह में आतिशबाजी पर रोक लगाई गई है। इतना ही नहीं, इन निर्देशों का उल्लघन करने पर उचित कार्रवाई करने का प्रावधान भी किया गया है।  इसी कड़ी में रविवार को नो मास्क, नो एंट्री जैसे अभियानों की शुरूआत की गई तो वहीं शु़ृद्ध के लिए युद्ध सरीखे अभियानों के  मार्फत प्रदेश में आबोहवा को शुद्ध करने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। सरकार का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि कोरोना को मात दे चुके मरीजों को समस्याओं का सामना न करना पड़े। हमें उनकी फिक्र है। उनकी परवाह है और यह सब  फैसले इस परवाह के ही नतीजे हैं।

CM ने की ये खास अपील 
उधर, गहलोत सरकार ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। रेड लाइट पर जाते समय लाल बत्ती न जलाए। हर उस कोशिश को अंजाम दे, जिससे कि प्रदूषण  के कहर को कम किया जा सके। अन्य यूरोपीय देशों के सरीखे भारत में भी हालात महामारी के चलते दुरूह न हो इसके लिए हमें एहतियातन बरतना होगा। बता दें कि अन्य यूरोपीय देशों को कोरोना के कहर के चलते पुन: लॉकडाउन का सहारा  लेना पड़ रहा है। 

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments