जानिए क्या हुआ जब बेटे संजय दत्त के लिए सुनील दत्त ने बाल ठाकरे से मांगी थी मदद

 

Mumbai Blast Case

शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की आज यानी 17 नवंबर को पुण्यतिथि है। बाला साहेब ठाकरे का बॉलीवुड से काफी गहरा रिश्ता रहा है। बाला साहेब ठाकरे बॉलीवुड में कई लोगों की मदद की है। आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे है जो बॉलीवुड के मुन्ना भाई संजय दत्त से जुडी हुई है। संजय दत्त को बॉलीवुड का बैड ब्वॉय कहा जाता था और उनके कारण ही उनका परिवार मुश्किलों में फंस गया था तब सुनील दत्त, बाला साहेब ठाकरे से सहायता मांगने के लिए उनके घर पहुंचे थे। संजय दत्त के परिवार पर मुश्किल तब आई जब उनका नाम मुंबई ब्लास्ट में आया था। तब सुनील दत्त फौरन शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से मिलने गए। उस समय सुनील दत्त कांग्रेस के एक बड़े नेता थे। बता दें कि सुनील दत्त सामाजिक कार्य करने में हमेशा आगे रहते थे मगर जब मुंबई ब्लास्ट केस में संजय दत्त का नाम आया तो केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन सुनील दत्त को पार्टी से कोई मदद नहीं मिली।

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला काफी संवेदनशील था इसलिए बड़े नेताओं ने उनका साथ नहीं दिया। तब उन्हें सुनील दत्त के समधी और एक्टर राजेंद्र कुमार ने उन्हें बाल ठाकरे से मिलने के लिए कहा। ज्ञात हो कि सुनील दत्त की बेटी नम्रता और राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव की शादी हुई है। सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और संजय दत्त इसी केस के सिलसिले में ‘मातोश्री’ पहुंचे और बाल ठाकरे से मुलाकात कर बातचीत की। ऐसी खबरें मीडिया में आई थीं कि सुनील दत्त को देखते ही बाल ठाकरे ने कहा था कि ‘मैं जानता हूं तुम मुझे पसंद नहीं करते, मगर मैं एक जमाने में तुम्हारी एक्टिंग का फैन रहा हूं।‘ तब उस समय बाल ठाकरे की बात सुनकर सुनील दत्त ने राहत की सांस ली थी।

सुनील दत्त अपनी बात बताते हुए भावुक हो गए थे। तब बाल ठाकरे ने कहा- ‘मैं आपकी सहयता करूंगा मगर मैं जो कुछ भी करूंगा वह केवल आपके लिए करूंगा। संजय के लिए नहीं।‘ इसके बाद बाल ठाकरे ने संजय दत्त को अपने पास बुलाया और खूब डांट भी लगाई। उन्होंने संजय दत्त से कहा- ‘अब वही करना जो तुम्हारे पिता कहें। कभी किसी के बहकावे में मत आना।‘ उस समय संजय चुपचाप बैठे रहे और बाल ठाकरे की बात सुनते रहे। रिपोर्ट के अनुसार, बाल ठाकरे से मुलाकात के बाद सुनील दत्त ने राजनीति से संन्यास लेने के लिए सोच लिया था।

तब सुनील दत्त ने बाल ठाकरे से पूछा था कि ‘मैं आपके लिए क्या कर सकता हूं? आप कहें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूं।‘ बाल ठाकरे ने उन्हें राजनीति में रहने सलाह दी। सुनील दत्त ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘बाला साहेब ठाकरे से मेरी पहले से ही काफी अच्छी दोस्ती थी। जब किसी का बच्चा बीमार होता है तब उसे डॉक्टर के पास ले जाया जाता है। संजय का केस राजनीतिक था इसलिए मैं बाल ठाकरे के पास गया था।‘ हालांकि आज भी इस बात का खुलासा नहीं हो सका कि किस प्रकार से इस केस में बाल ठाकरे ने संजय दत्त की मदद की थी।

सुनील दत्त पर आरोप लगे कि उन्होंने अपने बेटे को बचाने के लिए राजनीतिक विचारधारा से समझौता कर लिया। तब सुनील दत्त ने जवाब दिया था कि ‘यदि राजनीतिक विचारधारा से समझौते की बात होती तो मैं शिवसेना में शामिल हो जाता मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ’। वहीं इस केस के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए सुनील दत्त को टिकट नहीं दिया। उसके बाद सुनील दत्त ने भी चुनाव न लड़ने का फैसला कर लिया।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments