अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का अंत सबसे बुरा साबित होगा, Biden हार नहीं मानेंगे, क़ानूनी रास्ता अपनाएंगे

 


अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अभी जारी हैं और रुझानों से स्पष्ट है कि ट्रम्प और बाइडन के बीच की यह टक्कर कांटे की रहने वाली है। हालांकि, Democrats की ओर से उम्मीदवार बाइडन पहले ही अपनी एक “Victory speech” दे चुके हैं, जिसमें उन्होंने यह दावा किया है कि अब उनके राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया है। स्पष्ट है कि बाइडन अपने बयानों से अमेरिकी जनता के रुझान को प्रभावित करना चाहते हैं और अपनी जीत का माहौल बनाना चाहते हैं। इसके बाद अगर नतीजों में ट्रम्प को जीत मिलती है तो ना सिर्फ Democrats समर्थकों में आक्रोश देखने को मिलेगा, बल्कि उस आक्रोश के बल पर बाइडन पक्ष को कोर्ट में एक कानूनी लड़ाई लड़ने का मौका भी मिल जाएगा।

अपनी Victory speech में बाइडन ने कहा “हम जहां भी हैं, उससे मुझे संतोष है। हम आसानी से इस चुनाव को जीतने वाले हैं। मैं आशावादी हूँ, विश्वास रखो, हम ही जीतेंगे।” चुनाव अभी तक किसी ने जीते नहीं हैं, और ऐसे में बाइडन के इस बयान के बाद उनके समर्थक शायद ही ट्रम्प की जीत को बिना किसी विरोध के स्वीकार कर पाएंगे। अमेरिका का लिबरल खेमा पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बाइडन की जीत की ही भविष्यवाणी कर रहा है। चुनावों से पहले सामने आए opinion polls में भी लिबरल मीडिया ने बाइडन को ही चुनाव जीतते दिखाया है।

राष्ट्रपति ट्रम्प खुद यह बयान दे चुके हैं कि लिबरल मीडिया जानबूझकर उन्हें राष्ट्रपति की रेस में पीछे करके दिखा रही है। उनके एक बयान के मुताबिक “ये (मीडिया) बहुत ही बेईमान लोग हैं। बाइडन, ओबामा की रैलियों में गिने चुने लोग आ रहे हैं, जबकि हमारी रैली में हजारों लोग! महान Red Wave आने वाली है।”


अमेरिका में हुए चुनावों का अंत बेहद दुखदायी और शायद हिंसा से भरा भी हो सकता है। Politico की एक रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन का खेमा पहले ही कोर्ट में एक कानूनी जंग छेड़ने की तैयारी कर चुका है और उन्होंने इसके लिए पहले से ही फंड भी जुटा लिया है। अब डर बढ़ गया है कि अगर ट्रम्प इन चुनावों को जीतते हैं तो इससे देश में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क सकते हैं। दंगों का डर इतना ज़्यादा है कि अमेरिका के कुछ लोग अभी से अपने स्टोर्स के चारों ओर बोर्ड्स लगाने लगे हैं ताकि हिंसा में उनकी संपत्ति को कोई नुकसान ना हो!

अमेरिका की राजनीति में ट्रम्प विरोधी हिंसक तत्वों की कोई कमी नहीं है और ऐसा हम Black lives matter के प्रदर्शनों के दौरान बखूबी देख चुके हैं जब Antifa जैसे “अराजकता” के समर्थकों द्वारा अमेरिका में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़काई गयी थी। ऐसे में अगर बाइडन अपनी हार मानने से इंकार करते हैं तो यह ट्रम्प विरोधी हिंसक तत्व जल्द ही सड़कों पर उतरकर उत्पात मचा सकते हैं, जो बाइडन के दावों को और मजबूती प्रदान करेगा!

ट्रम्प की ओर से भी यह ऐलान किया गया है कि वे कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे! माहौल चाहे किसी की भी जीत का बने, या आधिकारिक तौर पर जीत चाहे किसी भी उम्मीदवार को मिले लेकिन इतना तो तय है कि अमेरिकी चुनावों का यह विवाद इस महीने भर देखने को मिल सकता है।

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