एक ऐसा बादशाह जो रोज लेता था जहर का स्वाद, एक दिन में खाता था 35 किलो खाना

 


यूं तो दुनिया में इंसान कमाता ही खाने के लिए है. हालांकि कभी क्या किसी ने सोचा है कि इस दुनिया में ऐसे भी इंसान हैं जिनकी रोज की खुराक 35 किलो खाने की है. जी हां, सुनकर बड़ा ही हैरान लगे लेकिन सच्चाई से आप मूंह नहीं फेर सकते. वैसे आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जो पहलवान होते हैं, वो इससे भी ज्यादा खाना डकार जाते हैं, चूंकि आमतौर पर पहलवानों की भूख आम इंसान से अलग है, लेकिन एक दिन में 35 किलो तो शायद ही कोई खा पाता होगा. आज हम आपको एक ऐसे बादशाह के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इतना खाना तो आराम से ही खा जाता था और उसे पचा भी लेता था. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह बादशाह हर रोज जहर का भी सेवन किया करता था. जिस किसी ने भी उस बादशाह के बारे में सुना उसके होश फाख्ता हो गए. चलिए जानते हैं इसके बारे में….

बता दें की इस बादशाह का नाम है महमूद बेगड़ा, जो गुजरात के छठे सुल्तान थे. वह महज 13 साल की उम्र में गद्दी पर बैठे गए थे और 52 साल तक सफलतापूर्वक गुजरात पर राज किया था. उन्हें अपने वंश का सबसे प्रतापी शासक माना जाता था.

महमूद बेगड़ा का नाम महमूद शाह प्रथम था. उन्हें ‘बेगड़ा’ की उपाधि तब दी गई थी, जब उन्होंने ‘गिरनार’ जूनागढ़ और चम्पानेर के किलों को जीत लिया था. ये भी कहते हैं कि गिरनार किले पर बेगड़ा का अधिकार हो जाने के बाद यहां के राजा ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद उसकी सेना को सुल्तान की सेना में शामिल कर लिया गया था.



महमूद बेगड़ा के बारे में सबसे ज्यादा जो बात प्रचलित है, वो ये है कि वह एक दिन में कम से कम 35 किलो खाना खाते थे. कहते हैं कि वह नाश्ते में एक कटोरा शहद, एक कटोरा मक्खन और 100-150 केले खा जाते थे. सिर्फ यही नहीं, रात के वक्त भी उनके तकिए के दोनों तरफ खाना रख दिया जाता था, ताकि अगर उन्हें कभी भी भूख लगे तो तुरंत खा सकें.

सुल्तान बेगड़ा को बचपन से ही किसी जहर का सेवन कराया गया था, जिसके बाद से वह हर रोज खाने के साथ थोड़ा-थोड़ा जहर भी लेते थे. ये भी कहा जाता है कि सुल्तान के शरीर में इतना जहर हो गया था कि अगर उनके हाथ पर कोई मक्खी भी बैठ जाती थी तो वह भी पलभर में दम तोड़ देती थी. इतना ही नहीं, उनके उपयोग किए हुए कपड़ों को कोई भी छूता तक नहीं था, बल्कि उसे सीधे जला दिया जाता था, क्योंकि वह सुल्तान के पहनने के बाद जहरीले हो जाते थे.

दरअसल, महमूद बेगड़ा के आकर्षक व्यक्तित्व के चर्चे तो आज भी खूब होते हैं. ये भी कहा जाता हैं कि उनकी दाढ़ी इतनी बड़ी थी कि वो कमर तक पहुंच जाती थी. इसके अलावा उनकी मूंछें भी काफी लंबी थीं. वह उन्हें अपने सिर के ऊपर बांध लेते थे। महमूद बेगड़ा के ये अजीब किस्से हैं जो हमने आपके सामने रखें हैं. कहा जाता है कि आज भी बादशाह की हवेली गुजरात में मौजूद हैं जहां शाम होने के बाद परिंदा भी पर नहीं मारता शायद कोई दिव्य शक्ति का वहां वास है. जिसको लोग चमत्कार कहते हैं।

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