पूर्व CBI निदेशक अश्वनी कुमार का सुसाइड नोट लगा पुलिस के हाथ, बताई आत्महत्या की असली वजह

 


बुधवार को हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से एक चौंकाने वाली खबर आई। बुधवार रात नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और पूर्व सीबीआई निदेशक अश्वनी कुमार ने आत्महत्या क ली। जिसके बाद हिमाचल से लेकर केंद्र सरकार तक हंगामा मच गया। दरअसल अश्वनी कुमार ने छोटा शिमला के ब्रॉक्हॉस्ट एरिया स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस टीम के हाथ एक सुसाइट नोट भी लगा है। जिसमें अश्वनी कुमार ने अपनी आत्महत्या की वजह का खुलासा किया। अश्वनी कुमार ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह अपने इस जीवन की यात्रा को खत्म कर रहे है और अगली यात्रा पर निकल रह है।

सुसाइड नोट में बताई वजह
अश्वनी कुमार की मौत की सुचना मिलते ही डीजीपी संजय कुंडू, आईजी हिमांशु मिश्रा और एसपी मोहित चावला पहुंचे। यहां पर देखा कि अश्विन कुमार ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। जिसके बाद पुलिस को अश्विन कुमार का सुसाइड नोट मिला। इस नोट में अश्विन कुमार ने अपने सुसाइड की वजह बताई। इस नोट में उन्होंने लिखा कि वह गंभीर बीमारी के चलते इस तरह का कदम उठा रहे हैं। इस कदम के लिए उन्होंने किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। इसके साथ ही उन्होंने दुआ की है कि उनके जाने के बाद सब खुश रहें। इसके आगे सुसाइड नोट मे अश्वनी कुमार ने लिखा कि अपनी इच्छा से यह जीवन समाप्त कर अगली यात्रा पर निकल रहे हैं।

क्या बोले डीजीपी
अश्वनी कुमार की मौत के बाद डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि शाम 7:10 बजे उनके बेटे और बहु वॉक पर गए थे। इस दौरान अश्वनी कुमार अपने घर की छत पर थे लेकिन जैसे ही वॉक से घर आए बेटे- बहू ने दरवाजा खोलने की कोशिश की। तो घर का मेन गेट अंदर से बंद मिला। जिस वजह से दरवाजा तोड़ना पड़ा। इस दौरान घर के बाकि कमरों के दरवाजे भी बंद थे लेकिन घर के तीसरे रूम का गेट खुला हुआ था। जिसे खोला गया तो देखा कि अंदर अश्वनी कुमार रस्सी से लटके हुए थे। इसके बाद परिजनों ने रस्सी काटकर उन्हें नीचे उतारा। डीजीपी ने बताया कि सीन ऑफ क्राइम को फोटो लिए जा चुके है और अब सबूत इकट्ठा किए जा रहे है और शव को भी कब्जे में ले लिया है गुरुवार सुबह पोस्टमॉर्टम कर शव को परिजनों के हवाले किया जाएगा।

डीजीपी ने बताया कि अश्वनी कुमार सबके लिए एक रोल मॉडल थे। उन्हें हर ऑफिसर प्यार करता था। हर ऑफिसर चाहता था कि वह उनकी तरह बने। वहीं, इस घटना के बाद अश्वनी कुमार की पत्नी से भी बात की गई। पुलिस ने मुताबिक, उनकी पत्नी ने बताया कि वह दोपहर तक बिल्कुल सही थे। सबके साथ बैठकर खाना खाया था और शिमला के मॉल रोड के पास कालीबाड़ी मंदिर है। वहां भी वह गए थे। किसी को भी अंदाजा नहीं था कि वह इस तरह का कदम उठा सकते है।

कैबिनेट मंत्री भी पहुंचे
वहीं, अश्वनी कुमार की आत्महत्या की जानकारी मिलते ही कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी भी मौके पर पहुंचे। इस घटना को उन्होंने दुखद और प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि वह पूजा करने गए थे और पूजा स्थल पर ही आत्महत्या की।

कौन थे अश्वनी कुमार
बता दें कि अश्वनी कुमार का जन्म सिरमौर जिले के नाहन क्षेत्र के कोलर इलाके में हुआ था। वह एक आईपीएस अधिकारी थे। इसके अलावा वह एलीट एसपीजी के विभिन्न पदों पर भी रह चुके है। उन्होंने अपने करियर में शानदार प्रदर्शन किया है। साल 2006 से 2008 तक वह हिमाचल के डीजीपी रहे। इसके बाद 2008 से 2010 तक वह सीबीआई के निदेशक पद पर रहे। वहीं, सा 2013 में उन्हें नागलैंड का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया। लेकिन साल 2014 में उन्होंने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह शिमला लौट आए। यहां पर वह एक निजी यूनिवर्सिटी में प्रो-चांसलर और वाइस चांसलर के पद पर रहे थे।

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