लुटेरी दुल्हन की गजब कहानी..शादी की पहली रात के बाद ही दूल्हा हो जाता है बर्बाद

 

आमतौर पर आपको ऐसा देखने को मिलता होगा कि किसी की शादी में अड़चनें आती है। कई तरह की बाधाएं आती है। जिसके चलते उनकी शादी में विलंब हो जाता है। वहीं, ढलती उम्र और विलंब होती शादी इन लोगों के लिए अक्सर चिंता का सबब बन जाती है। बस.. इसी का फायदा उठाते हुए कुछ ऐसे दुल्हनें उठा ले जाती हैं, जिन्हें लुटेरी दुल्हन के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको अपनी इस खबर में एक ऐसी ही लुटेरी दुल्हन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अब तक न जाने कितने लोगों को झूठी शादी का झांसा देकर और फिर उन्हें लूटकर वहां सें फरार हो चुकी है।

40 साल की नज़मा शेख 
इसके साथ ही आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में 40 वर्षीय लुटेरी दुल्हन नजमा शेख के बारे में बताने जा रहे हैं। नजमा महाराष्ट्र के ठाणे जिले की रहने वाली हैं। यह अकेले ही नहीं बल्कि इनका पूरा गिरोह इस काम को अंजाम देता है। इस गैंग में जयसिंहपुरा खोर ब्रह्मपुरी निवासी शोभारानी सोलंकी व नोरतमल जैन, बदनपुरा गलतागेट निवासी राहुल खंडेलवाल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उधर, नजमा भी काफी दिनों से पुलिस के साथ लुक्काछुप्पी खेल रही थी, लेकिन अब पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी है। मगर, अब वह भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी है। पुलिस के मुताबिक इसने कई लोगों को ठगा है।

ऐसा रहता था इसका पूरा प्लान 
यहां पर हम आपको बताते चले कि नजमा बहुत ही शातिर तरीके से अपने प्लान को अंजाम दिया करती थी। पहले यह उस व्यक्ति की तलाश किया करती थी, जिसकी शादी में विलंब हो रहा है। इसके बाद उसको अपने प्रेम जाल में फंसाने का काम किया करती थी। वहीं, वो शख्स जब उसके प्रेम जाल में फंस जाया करता था तो नजमा कोई न कोई बहाना लगाकर मंदिर में झट से शादी कर लेती थी। फिर अपनेे सुसराल में एक दिन गुजारने के बाद दूसरे ही दिन वहां का सारा सामान लेकर दूसरे ही दिन रफ्फूचक्कर हो जाया करती थी। इस तरह से नजमा ने कई लोगों को लूटा। पुलिस अब उससे  इस पूरे मामले के संदर्भ  में पूछताछ कर रही है।

आधार कार्ड का भी किया इस्तेमाल 
नजमा विवाहित महिला है। उसकी उम्र भी 40 के पार है। ऐसी स्थिति में  उसके गैंग के सदस्य उसके लिए मोहरा तैयार करने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया करते थे। नजमा के गैंग के सदस्य किसी दूसरी लड़की का आधार कार्ड इस्तेमाल कर उस लड़की की तस्वीर हटाकर नजमा की तस्वीर लगा दिया करते थे। जिसके जरिए ही नजमा लोगों को फंसाने का काम करती थी, तो कुल मिलाकर साफ कहा जा सकता है कि नजमा के इस पूरे प्लान में आधार कार्ड की अपनी एक अलग ही भूमिका रहा करती थी। 

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