कैसे योगी के एक बयान ने उद्धव सरकार को ऊपर से नीचे तक हिला कर रख दिया


इन दिनों बॉलीवुड काफी सुर्खियों में है, पर गलत कारणों से। सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु के बाद से बॉलीवुड के कुछ सदस्य अनेकों लोगों के निशाने पर है, चाहे वह सोशल मीडिया हो, या फिर मीडिया चैनल। इसी परिप्रेक्ष्य में योगी आदित्यनाथ ने पेशकश की थी कि फिल्म उद्योग को एक नई पहचान देने के लिए नोएडा में एक भव्य फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा। लेकिन इस घोषणा से अब उद्धव ठाकरे और उनके प्रशासन के हाथ पाँव फूलने लगे हैं।

अभी हाल ही में एक बयान में उद्धव ठाकरे ने कहा, “’मुंबई न केवल भारत की वित्तीय राजधानी है, बल्कि यह सांस्कृतिक राजधानी भी है। बॉलीवुड और सिनेमा बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार पैदा करते हैं। बॉलीवुड अपने सिनेमा के लिए दुनियाभर में बहुत प्रसिद्ध है और हॉलीवुड फिल्मों की तरह ही शानदार तथा अच्छी फिल्में बनाता है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह देखा गया है कि एक निश्चित वर्ग के लोग इसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और कष्टपूर्ण है।”

इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे ने अपने बयान में आगे ये भी कहा, “मुंबई से बॉलीवुड को खत्म करने या शिफ्ट करने के लिए जिस तरह से प्रयास किए जा रहे हैं, उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उद्धव ने ये बयान गुरुवार को देश भर में थिएटर खुलने के उपलक्ष्य में मल्टीप्लेक्स और सिनेमा थिएटर मालिकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ठाकरे ने सिनेमा मालिकों यह आश्वासन भी दिया कि राज्य सरकार जल्द ही मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों को राज्य में फिर से खोलने के लिए एसओपी पर काम कर रही है।

लेकिन उद्धव का निशाना वास्तव में कहीं और था। सितंबर के अंत में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम निर्णय में ये स्पष्ट किया कि नोएडा में एक भव्य फिल्म सिटी का निर्माण होगा, जो न केवल सभी सुविधाओं से लैस होगा, अपितु उत्तर प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिए अनेक संभावनाओं को बल देगा।

फिल्म निर्माताओं और चुनिन्दा कलाकारों के साथ हुई एक अहम बैठक में यूपी में फिल्म सिटी बनाए जाने को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बॉलीवुड के तमाम अहम चेहरों और फिल्म प्रोड्यूसरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और इस बैठक के बाद घोषणा की कि ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी का निर्माण होगा। इस बैठक में परेश रावल व अनुपम खेर सहित फिल्म जगत की कई मशहूर हस्तियां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुईं।

फिल्म सिटी निर्माण के एलान के बाद गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने योगी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया था और फिर अभिनेत्री कंगना रणौत ने भी योगी सरकार के इस फैसले की तारीफ करते हुए कहा कि हॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री की तरह हमारे यहां पर भी एक इंडस्ट्री और कई फिल्म सिटी होनी चाहिए। इसके बाद फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर भी लखनऊ आए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।

इस समय बॉलीवुड के एलीट कलाकारों की हालत बहुत खराब है, और साथ ही साथ उद्धव ठाकरे के भी इस निर्णय के पश्चात हाथ-पाँव फूल रहे हैं। अपने हाथ से कमाई का एक बड़ा जरिया फिसलता हुआ देखकर उद्धव ठाकरे ने घबराहट में योगी सरकार पर निशाना साधने का प्रयास किया, पर यहाँ भी उनकी खिल्लियाँ उड़ाई गई, और एक बार वे फिर से हंसी के पात्र बने। इसे ही कहते हैं, गरीबी में आटा गीला।

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