चारधाम यात्रा: तीर्थ यात्रियों की संख्या में होगा इजाफा, ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन

 

देहरादून। उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने चार धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक तीनों जनपदों के डीएम की रिपोर्ट के आधार देवस्थानम बोर्ड ने यह निर्णय लिया है। अब तक बदरीनाथ में रोज 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 व यमुनोत्री में 450 श्रद्धालुओं को दर्शन की मंजूरी थी। लेकिन बीते वीकेंड के दौरान चारों धामों में उमड़ी भीड़ को देखते हुए बोर्ड ने श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का निर्णय किया है। बोर्ड ने धामों में तय संख्या से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारणों की पड़ताल कराई तो पता चला कि दो और तीन अक्तूबर की तारीख में दर्शन करने को लोगों ने 10 से 15 अक्तूबर के पास का प्रयोग कर लिया।

इस पर बोर्ड ने तय किया कि पास की जांच हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, गौचर, सोनप्रयाग में होगी। इस दौरान आगे की तारीख वाले पासधारकों को वहीं रोक दिया जाएगा। इसके लिए हरिद्वार, देहरादून और टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली के जिलाधिकारियों को सख्ती से व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड के रविनाथ रमन ने बताया कि यात्रियों की संख्या धामों में आवास, भोजन, शौचालय व अन्य जरूरतों के साथ ही सामाजिक दूरी के मानक के अनुसार तय की गई है।

www: https://badrinath-kedarnath.gov.in/

अब इतने यात्री रोज जा सकेंगे
धाम       तीर्थ यात्री
बदरीनाथ   30000
केदारनाथ   30000
गंगोत्री       9000
यमुनोत्री     7000

खबरों के मुताबिक केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को शाम के तीन बजे के बाद सोनप्रयाग से आगे जाने पर रोक लगा दी जाएगी। ऐसा रात के समय में धाम में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं की मौजूदगी सुनिश्चित कराने के लिहाज से किया जा रहा है।

जिलाधिकारियों की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के आधार पर नये सिरे से श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संख्या को बढ़ा दिया गया है। संख्या धामों में आवास, भोजन, शौचालय व अन्य जरूरतों के साथ ही सामाजिक दूरी के मानक के अनुसार तय की गई है।
रविनाथ रमन, सीईओ देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments