राहुल गांधी के झूठ का हुआ पर्दाफाश,पाकिस्तान को कोविड से निपटने में भारत से बेहतर बताया था


वुहान वायरस के प्रकोप से अब धीरे-धीरे ही सही, लेकिन दुनिया के अधिकतम देश बाहर आ रहे हैं। जहां एक ओर टेस्टिंग की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ाई जा रही है, तो वहीं वुहान वायरस के लिए आवश्यक वैक्सीन को 2021 के प्रारम्भ तक जनसेवा के लिए जारी करने हेतु युद्धस्तर पर प्रयास हो रहे हैं। पर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस समय भी अपनी कुत्सित राजनीति खेलने में लगे हुए हैं, और इन्ही में से एक हैं काँग्रेस के राजदुलारे, राहुल गांधी। हाल ही में राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया, जिसमें दक्षिण एशिया के देशों के जीडीपी का आंकलन किया गया था। इस पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि, “भाजपा सरकार की एक और बेहतरीन उपलब्धि। अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान भी भारत से बेहतर वुहान वायरस के मामलों का नियंत्रण कर रहे हैं” –

राहुल गांधी ने एक ही ट्वीट में दो ऐसे सफ़ेद झूठ बोले, कि खुद रिया चक्रवर्ती भी शर्मा जाये। एक तो उन्होनें आईएमएफ़ के आंकड़ों का हवाला देते हुए पूरे जीडीपी का गलत आंकलन किया, और फिर यहाँ तक दावा किया कि वुहान वायरस के नियंत्रण के लिहाज से भारत पूरी तरह फिसड्डी सिद्ध हुआ है, और पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान भी इस मामले में उससे बेहतर सिद्ध हुआ है।

परंतु सत्य तो कुछ और ही है। एक समय पर प्रतिदिन एक लाख नए मामले दर्ज करने वाले भारत के लिए अब नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। अभी कल ही करीब 65126 नए मामले आए हैं, जो पिछले दो महीने में शायद सबसे कम है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों की माने, तो इस समय प्रति दस लाख की आबादी पर संक्रमण की जद में आने वालों की औसत संख्या 4794 है और मृतकों की संख्या 138 है। कोरोना संक्रमण से प्रति दस लाख की जनसंख्या पर सर्वाधिक प्रभावित ब्राजील में 23911 का औसत है और यहां इतनी आबादी पर वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या सबसे अधिक 706 है। गौरतलब है कि ब्राजील विश्व में इस वैश्विक महामारी से तीसरा सबसे अधिक प्रभावित है। भारत में यह संख्या क्रमश: 5199 और 79 है।

इसके अलावा राहुल ने अपनी बात को सिद्ध करने के लिए जिस पाकिस्तान का हवाला दिया है, वहाँ तो असल स्थिति ही किसी को पता नहीं है। जब मार्च और अप्रैल माह में वुहान वायरस दुनिया भर में हाहाकार मचा रहा था, तो एक समय ऐसा था कि पाकिस्तान के मामले भारत के मुक़ाबले चौगुने रफ्तार से बढ़ रहे थे, यानि अगर भारत के प्रतिदिन 250 मामले सामने आते, तो पाकिस्तान के उसी दिन 1000 नए मामले सामने आते। ऐसे में इमरान खान ने कर्ज़ के लिए हर दरवाजा खटखटाया, और जैसे ही उन्हें अपने आका चीन से पैसे मिलने लगे, वुहान वायरस के मामले पाकिस्तान से ऐसे गायब होने लगे जैसे गधे के सर से सींग।

इन दिनों पाकिस्तान में औसतन 500 से 700 नए मामले सामने आ रहे हैं, जिसके पीछे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने अपनी सुनियोजित लॉकडाउन नीति को श्रेय दिया है। हालांकि, उनकी पोल तभी खुल गई, जब ये सामने आया कि पाकिस्तान की टेस्टिंग रेट दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है।

उदाहरण के लिए द प्रिंट ने अपनी अगस्त की एक रिपोर्ट में बताया, “पिछले 24 घंटों [अगस्त के आंकड़ों के अनुसार], पाकिस्तान में 730 नए संक्रमण मामले सामने आए हैं, और 17 लोग इस बीमारी के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए। इससे पाकिस्तान में संक्रमितों की कुल संख्या 285921 है और कुल मृत्यु 6129 है, वो भी तब, जब पाकिस्तान की टेस्टिंग संख्या प्रति दस लाख लोग के हिसाब से मात्र 9878 है। वहीं दूसरी ओर भारत की टेस्टिंग संख्या प्रति दस लाख लोगों के हिसाब से 18831 है, अमेरिका की 202106 और यूएई की आश्चर्यजनक रूप से 568223 है”।

राहुल गांधी पीएम मोदी को नीचा दिखाने का एक भी अवसर अपने हाथ से जाने नहीं देते हैं। भारत के हितों के विपरीत कोई भी खबर आती है, तो काँग्रेस के युवराज का हर्षोल्लास देखते ही बनता है। लेकिन बिना खबर की जांच पड़ताल किए जिस प्रकार से राहुल गांधी सफ़ेद झूठ को बढ़ावा दे रहे हैं, एक समय ऐसा भी आ सकता है, जब वे अगर शाश्वत सत्य भी बोले, तो लोग कहेंगे, ‘पक्का झूठ बोल रहा है”।

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