वास्तु शास्त्र का महत्व हमेशा से रहा है, व्यक्ति के जीवन में इसका प्रभाव देखने को मिलता है। आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व बने मंदिरों या फिर भवनों में वास्तु के अनुसार ही बने थे। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का काफी महत्व है, निर्माण कैसा होना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस बारे में पूरी जानकारी का वास्तु शास्त्र उल्लेख मिलता है। व्यक्ति के जीवन में वास्तु की वजह से भी अच्छे और बुरे दोनों बदलाव देखने को मिलते हैं। जीवन में अगर किसी तरह की परेशानियों का सामना अगर आप कर रहे हैं तो इन वास्तु टिप्स से आपके भाग्य में जरूर सकारात्मक बदलाव होंगे।
घर में नियमित तौर पर भगवान की पूजा पाठ करें और धुप या दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से घर का सकारात्मक वातावरण बना रहता है। पूजा करते वक़्त भी हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में अपना मुख करके बैठें।
शाम के वक़्त घर के सभी कोनों में रोशनी जरूर रखें, दीपक जलाएं या फिर वहां लाइट का इंतजाम जरूर करें। घर में अँधेरा बुरी शक्तियों का कारक माना जाता है।
घर में अगर आपके रुकी हुई घड़ी लगी है तो उसे तुरंत सही कराए या फिर उसे वहां से हटा दें। घर में ख़राब चीजों का भी न रखें, उन्हें भी घर से बाहर निकाल दें। रुकी हुई घड़ी का मतलब समय रुकना माना जाता है जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता हैं।
घर के मुख्य दरवाजे के दोनों तरफ स्वास्तिक और शुभ लाभ का चिन्ह जरूर बनाए इससे घर में सकारात्मकता ऊर्जा आती है।
वास्तु दोष के प्रभाव से तुलसी का पौधा बचता है, रोजाना तुलसी के पौधे में जल देने और घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी की कृपा घर पर बनी रहती है।
रोजाना भोजन से पहले वास्तु देवता के लिए थोड़ा सा भोजन निकलकर रहें, उसके बाद ही घर के सभी सदस्यों को भोजन करें। इससे परिवार को वास्तु देवता का आशीर्वाद मिलता है। वास्तु देवता के लिए निकाला गया भोजन गाय को खिला दें।
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