‘हमें फंसाने की कोशिश की गयी है’, तेलंगाना सरकार ने पुलिस का इस्तेमाल कर मनगढ़ंत आरोप लगाये तो BJP ने लताड़ा


 तेलंगाना में बीजेपी का दबदबा इतना बढ़ता जा रहा है कि अब तेलंगाना राष्ट्र समिति चुनावों को प्रभावित करने के लिए साम दाम दंड भेद सभी तरह की नीतियां अपनाने पर उतारू हो गई हैं। तेलंगाना में दुब्बक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं जिसके चलते वहां सियासी पारा चढ़ा हुआ है और बीजेपी की पकड़ इस क्षेत्र में मजबूत है। ऐसे में तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव बीजेपी को बदनाम करने के लिए अपने पुलिस प्रशासन का प्रयोग कर रहे हैं, जो ये साबित करता है कि असल में वो बीजेपी से कितना ज्यादा डर रहे हैं।

दरअसल, तेलंगाना की दुब्बक विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने वाले हैं। इससे पहले खबर आई है कि इस विधानसभा सीट के उम्मीदवार एम. रघुनंदन राव के रिश्तेदार के घर से 18 लाख से ज्यादा कैश ज़ब्त किया गया है। पुलिस का आरोप है कि ये सारा पैसा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए प्रयोग में आने वाला था। इस मामले में तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया है। इस पूरे मामले में राज्य की सियासत काफी गर्म हो गई है।

ये मामला जितना सीधा दिख रहा है असल में इतना सीधा है नहीं, इस पूरे मामले को लेकर यह भी सामने आया है कि इस विधानसभा सीट पर बीजेपी की पकड़ मजबूत होती जा रही है, न केवल इस सीट पर बल्कि राज्य में भी बीजेपी का प्रदर्शन सुधर रहा है। बीजेपी के इस सुधरते प्रदर्शन से राज्य के मुख्यमंत्री काफी असहज हो गए हैं। ऐसे में राज्य पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को षडयंत्र के रूप में भी देखा जा रहा है।

इस मामले में बीजेपी की तरफ से आरोप लगाया गया है कि तेलंगाना पुलिस ने बीजेपी उम्मीदवार पर जो आरोप लगाया है वो बिल्कुल ही बेबुनियाद है, क्योंकि ये पूरा काम एक षडयंत्र के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने खुद ये पैसों का बैग बीजेपी उम्मीदवार के घर पर रखकर मनगढ़ंत कहानी बनाई है जो कि पूर्णतः बेबुनियाद हैं और ये सारा खेल केवल और केवल बीजेपी उम्मीदवार की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है।

गौरतलब है कि इस पूरे मामले में ये भी सामने आया है कि पुलिस ने जो कहानी गढ़ी है उसमें कई तरह के झोल हैं। एक तरफ सिद्दीपेट के पुलिस कमिश्नर जोएल डेविस कह रहे हैं कि बीजेपी उम्मीदवार के घर से 18 लाख रुपए बरामद हुए जबकि उनके हाथ में केवल 6 लाख रुपए ही हैं। उनका कहना है कि 12 लाख रुपए बीजेपी कार्यकर्ता छीनकर भाग गए हैं। ये बेहद ही आश्चर्यजनक बात है कि तेलंगाना पुलिस के पास से ये कार्यकर्ता पैसे छीन कर भाग गए। ये अपने आप  में ही पुलिस के लिए एक आलोचनात्मक बात है जो बीजेपी कार्यकर्ताओं के दावों को बल देता है।

इस पूरे मामले में तेलंगाना पुसिल की भूमिका ही शक के दायरे में है। इसको लेकर एक वीडियो भी सामने आया है कि किस तरह से पुलिस के लोग पैसे हाथ में लिए नजर आ रहे हैं और बाद में उसे जब्त करने का ढोंग कर रहे हैं। इस पूरे मामले ने ही तेलंगाना पुलिस और सरकार की पोल खेल दी है। मामले को बढ़ता देख केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी भी सिद्दीपेट पहुंच गए हैं जिससे वहां का सियासी पारा काफी बढ़ गया है।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत बीजेपी की लोकप्रियता तेलंगाना में काफी तेजी से बढ़ी है जिससे  तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर काफी ज्यादा खौफ में हैं। उपचुनाव सिर्फ एक सीट पर हैं लेकिन केसीआर ये बात अच्छे से जानते हैं कि अगर बीजेपी को इस एक सीट पर भी फायदा होता है तो ये उनके राजनीतिक भविष्य के लिए एक खतरा हो सकता है।

केसीआर को राज्य में बीजेपी का दायरा बढ़ने से खतरा है जिसके चलते अब वो बीजेपी के साथ षडयंत्र कर रहे हैं जिससे बीजेपी की छवि को नुकसान हो सके। हालांकि, तेलंगाना पुलिस की इस हरकत ने पुलिस की छवि पर ही दाग लगा दिया है, साथ ही तेलंगाना के सीएम केसीआर की नीयत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

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