पहली शादी फेल होने के बाद अकेले जिंदगी गुजारना चाहती थी अर्चना पूरन सिंह, 4 साल लिव इन में रही

  

पहली शादी फेल होने के बाद अकेले जिंदगी गुजारना चाहती थी अर्चना पूरन सिंह, 4 साल लिव इन में रही

अर्चना पूरन सिंह के जोरदार ठहाकों से हर कोई परिचित है, कपिल शर्मा शो में उनकी हंसी ठहाकों से दर्शकों के चेहरे पर भी मुस्कुराहट आ जाती है, अर्चना की निजी जिंदगी भी बेहद दिलचस्प है, उनके पति का नाम परमीत सेठी है, और उनके दो बेटे हैं जिनका नाम आर्यमन और आयुष्मान है, परमीत सेठी से प्यार और शादी कोई आम प्रेम कहानी की तरह नहीं थी, बल्कि, दोनं ने कई सामाजिक बंधनों को तोड़कर एक-दूसरे का हाथ थामा था।

पहली शादी असफल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्चना पूरन सिंह की पहली शादी असफल रही थी, वो उस शादी से इतना टूट गई थी कि दोबारा कभी शादी नहीं करने का मन बना लिया था, 
उन्हें पहली शादी के बाद ये महसूस होने लगा था कि पुरुष सिर्फ असंवेदनशील ही नहीं बल्कि वर्चस्ववादी भी होते हैं, लेकिन परमीत सेठी से मिलने के बाद उनके इस नजरिये में बदलाव आया।

पुरुष को दूर रखना चाहती थी
एक इंटरव्यू में खुद अर्चना ने बताया था कि जब उनकी पहली शादी असफल हो गई थी, तो उन्होने सोच लिया था कि वो किसी दूसरे पुरुष को अपनी जिंदगी में नहीं लाएगी, 
लेकिन परमीत के साथ उन्होने ये महसूस किया, कि पुरुष नरम दिल, प्यार करने वाले और संवेदनशील भी हो सकते हैं, सभी पुरुष हिंसक और पजेसिव नहीं होते हैं।

खूबसूरती पर फिदा
परमीत ने बताया था कि मेरे लिये वो पहली नजर का आकर्षण थी, अर्चना ने मुझे अपनी सुंदरता और ग्रेस से दीवाना बना लिया था, 
अर्चना के सच्चे स्वाभाव तथा विचारों में पूर्ण पारदर्शिता ने मुझे आकर्षित किया, वहीं अर्चना ने उनसे पहली मुलाकात को लेकर कहा कि मुझे याद है मैं पहली बार उनसे एक पार्टी में मिली थी, मैं एक मैग्जीन पढ रही थी, उन्होने बिना एक्सक्यूज मी कहे मेरे हाथ से मैग्जीन खींचकर किसी और को दिखाया, जो वास्तव में मेरे लिये अटपटा था, लेकिन उन्होने तुरंत मुझे सॉरी कहकर अपने प्रति आकर्षित किया।

4 साल लिव इन में रहे
अर्चना और परमीत करीब चार साल लिव इन में रहने के बाद शादी का फैसला लिया, हालांकि तब दोनों की खूब आलोचना हुई थी, 
archna parmeet
अर्चना ने बताया कि जब हम साथ रह रहे थे, तो प्रेस में हमारी लाइफस्टाइल के बारे में बहुत कुछ लिखा गया, लेकिन हमारा रिलेशनशिप इससे बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ, लेकिन जो सबसे दुख पहुंचाने वाली बात थी, वो ये कि उनके माता-पिता हमारे रिश्ते और मेरे प्रति विरोधी दृष्टिकोण रखते थे। हालांकि परमीत मेरे साथ खड़े रहे और कभी मुझे असुरक्षित महसूस नहीं होने दिया, अब गुजरते सालों से मैं अपने इनलॉज के काफी करीब आ गई हूं, खासकर उनकी मां के, अर्चना और परमीत ने 30 जून 1992 को शादी की थी।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments