राजस्थान में एक पुलिस कांस्टेबल भ्रष्टाचार के मामले में धरा गया है । मारमला श्रीगंगानगर के जवाहर नगर पुलिस थाने का है, जहां एंटी करप्शन ब्यूरो ने NDPS एक्ट के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की घूस लेते हुए एक पुलिस कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है । आरोपी का नाम नरेश चंद्र मीणा हैं, जिसे जयपुर के एक होटल में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया ।
दवा कारोबारी से मांगी गई थी रिश्वत
रिश्वत की ये मोटी रकम एनडीपीएस एक्ट के एक मुकदमे में कानपुर के एक दवा कारोबारी को आरोपी नहीं बनाने के बदले में मांगी गई थी । भ्रष्टाचार के खिलाफ ये कार्रवाई एसीबी जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह चौधरी और इंस्पेक्टर मनीष वैष्णव की अगुवाई में टीम ने की ।
व्यापारी ने दर्ज कराई थी शिकायत
एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी की ओर से बताया गया कि मंगलवार सुबह जयपुर में टोंक रोड पर स्थित होटल रेडिसन ब्लू में इस कांस्टेबल को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है । कांस्टेबल के खिलाफ यूपी में कानपुर के रहने वाले व्यापारी हरदीप सिंह ने इसी 26 अक्टूबर को एसीबी जोधपुर चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी ।
धमका रहा था कांस्टेबल
कारोबारी ने अपनी शिकायत में बताया कि कांस्टेबल उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा था । दवा व्यापारी को वो कई दिनों से परेशान कर रहा था । आखिरकार कोराबारी ने उसे कहा कि वो रकम देने के लिए तैयार है । जिस पर कांस्टेबल ने उसे होटल में रिश्वत देने के लिए बुलाया । लेकिन व्यापारी इससे पहले शिकायत दर्ज कराने में कामयाब हुआ है कांस्टेबल के मंसूबे नाकाम कर उसे एसीबी की टीम ने रंगे हांथों पकड़ लिया ।
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