1 बार नहीं सच्चा प्यार असल जिंदगी में 3 बार होता है

 प्यार केवल 1 बार होता है, ये डायलॉग आपके कई फिल्मों में और किस्से कहानियों में सुना होगा। वहीं, कुछ लोग इसको अपनी असल जिंदगी में भी मानते हैं। लेकिन, हकीकत तो इस फिल्मी कथन से बिल्कुल अलग है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सच्ची मोहब्बत केवल 1 बार नहीं बल्कि 3 बार होती है। जी हां, हम अपनी पूरी जिंदगी में 3 बार सच्ची मोहब्बत करते हैं, लेकिन तीनों का मकसद अलग-अलग होता है। आज हम यही बताएंगे कि ये तीन बार प्यार आपको कब और क्यों होता है।

पहला प्यार
पहला प्यार ज्यादातर लोगों की जिंदगी में टीनएज की उम्र में आता है। ये बेहद मासूम और प्योर अहसास होता है, बिल्कुल किसी राजा-रानी की कहानी जैसा। यह प्यार अपने साथ नई नए अहसासों को लेकर आता है, ये कुछ ऐसे एहसास होते हैं जिन्हें आज से पहले आपने न कभी महसूस किया था और न ऐसा होने की उम्मीद की थी। ऐसा लगता है मानों जो कुछ भी है बस ये ही है... इसके साथ अपनी पूरी जिंदगी निकाल देने वाली फीलिंग पहले प्यार में सबसे ज्यादा होती है। वहीं, पहले प्यार में इंसिक्योरिटीज और पोजेसिवनेस भी सबसे ज्याद महसूस की जाती, इस प्यार को आप अपने दोस्तों और परिवार से भी छुपाते है, लेकिन फिर भी जिंदगीभर साथ निभाने के सपने देखते हैं। पहले प्यार में आप खुद से ज्यादा लोगों के बारे में सोचते हैं, दुनिया क्या सोचेगी... लोग क्या कहेंगे... इत्यादि।
दूसरा प्यार
कहा जाता है पहला प्यार... प्यार के पहले अक्षर की तरह अधूरा ही रह जाता है। ज्यादातर लोगों का पहला प्यार नाकाम ही रहता है। दूसरा प्यार आप जिंदगी में उन सभी अहसासों को दोबारा जगाता है, जो पहले आपने पहले प्यार में पहली बार महसूस किये थे। लेकिन इस प्यार में काफी अंतर होता है, यहां तक आते-आते आप खुद को लेकर और जिंदगी को लेकर काफी मैच्योर हो जाते हैं। दूसरी मोहब्बत आपको अपने प्यार से ज्यादा अपने आप के बारे में रूबरू कराती है। आपके लिए प्यार क्यों जरूरी है, आप प्यार में क्या दे सकते हैं और आप प्यार में क्या चाहते हैं... इन सभी सवालों के जवाब आपको दूसरी मोहब्बत में मिल जाते हैं। वहीं, जो शख्स इन सवालों का जवाब नहीं बनता उस शख्स के साथ आपकी मोहब्बत खत्म होने में समय नहीं लगती। वहीं, इस बार पहली मोहब्बत के जितना दर्द और अकेलापन भी आपको नहीं सताता।
तीसरा प्यार
दूसरी मोहब्बत की तरह ये तीसरी मोहब्बत आपकी जिंदगी में प्री प्लान नहीं होती। ये प्यार अक्सर इत्तेफाक से होता है। आपको पता भी नहीं चलता कि आपके लिए कब और क्यों कोई इतना खास बन जाता है, कि वो आपकी तीसरी मोहब्बत बन जाती है। तीसरी मोहब्बत में कनेक्शन अपने आप आपको महसूस होने लग जाता है। इस प्यार में न आपको कोई चाहत होती और न ही आप उनकी किसी चाहत पर खरा उतरना चाहते... लेकिन फिर भी सब कुछ जिंदगी भर अच्छे से चलता है।
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