LAC पर हालात नाजुक, 1975 के बाद पहली बार हुई फायरिंग

 


बीते मई माह से एलएसी पर जारी गतिरोध अभी भी बरकरार है। सोमवार को भी दोनों देशों के बीच फायरिंग की खबरें आई, इस बर यह खबर चीन की तरफ से आई है। चीन ने दावा किया है की भारतीय सेना से वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करते हुए पैन्गोंग झील के दक्षिणी पर फायरिंग की और अगर चीन का यह दावा सही है तो 1975 के बाद ऐसा पहली बार होगा जब दोनों देशों के बीच फायरिंग की गयी। हालंकि चीन के इस दावे कोलेकर भारत की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। चीनी सेना की ओर से जारी बयान में उसके सैनिकों के हताहत होने का जिक्र नहीं है। आपको बता दें की पिछले 15 जून की रात भी जब दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई थी और काफी संख्या में सैनिक हताहत ही थे तब भी दोनों ओर फायरिंग नहीं की गयीं थी। भारत लगातार जोर देकर कहता रहा है कि उसकी सेना ने एलएसी का उल्लंघन नहीं किया है,बल्कि चीन ने तनाव पूर्ण माहौल बनाया है और सीमा पर तैनात सैनिको को उकसाने का काम कर रहा है ।

सीमा पर फायरिंग को लेकर चीन के सरकारी अखबार के ट्विटर हैंडल पर वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता के हवाले से ट्वीट किया गया हैं “भारतीय सेना ने एक बार फिर गैर-कानूनी रूप से शेनपाओ की पहाड़ियों में पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी तट के पास सोमवार को एलएसी का उल्लंघन किया।” वहीं सरकारी अखबार के एक अन्य ट्वीट में प्रवक्ता के हवाले से कहा, “भारतीय सैनिकों द्वारा पीएलए के सीमा गश्ती दल के सैनिकों पर चेतावनी भरी फायरिंग करने के बाद चीनी सैनिकों को हालात को नियंत्रित करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए विवश होना पड़ा।”

Chinese border defense troops were forced to take countermeasures to stabilize the situation after the #Indian troops outrageously fired warning shots to PLA border patrol soldiers who were about to negotiate, said the spokesperson. https://t.co/wwZPA6BMDA

चीन का यह दावा ऐसे समय आया है जब आगामी 10 सितंबर को चीन और भारत के विदेश मंत्रियों की मास्को के शंघाई सहयोग संगठन में विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली हैं इस बैठक शिरकत करने के लिए रवाना होने से एक दिन पूर्व यानी सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत-चीन के संबंध सीमाओं पर व्याप्त अशांति से सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। आपको बता दें कि पिछले कुछ महीने में पूर्वी लद्दाख के पास वास्तविक नियन्त्रण रेखा पर दोनों देशों के बीच तनाव बना है। 29 और 30 अगस्त की रात जब चीनी सेना ने पहाड़ों की चोटियों पर कब्जा करने की कोशिश की तो भारतीय सैनिकों ने न केवल सिर्फ उन्हें रोका बल्कि पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी किनारे पर चोटियों पर पोजिशन भी ले ली है। बता दें कि पैंगॉन्ग झील इलाके की बनावट ऐसी है कि जो भी सेना दक्षिणी किनारे के पास के इन पहाड़ों की चोटियों पर कब्जा कर लेती है, उसे उस पूरे इलाके में बढ़त मिल जाएगी।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments