चीन ने चली चाल, अमेरिका के नेवल बेस गुआम पर H-6 बॉम्बर से किया हमला, जारी हुआ घटना का Video

 


चीन (China) के साथ इन दिनों अमेरिका (America) का भी तनाव बढ़ता जा रहा है. दोनों देशों की तरफ से कई बार एक-दूसरे के खिलाफ बयान दिया जा चुका है. यहां तक कि कई बार युद्ध की धमकी को लेकर भी सवाल उठते रहे हैं. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल कहा जा रहा है कि चीन ने प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी नौसैनिक बेस गुआम पर हमले को लेकर एक नकली वीडियो वायरल किया है. जिसमें चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स की ओर से एच-6 परमाणु बॉम्बर का इस्तेमाल किया गया है. हैरानी वाली बात तो ये है कि चीन की सेना ने इसका एक वीडियो भी जारी कर दिया है, जिसमें उसका एच-6 बॉम्बर अमेरिकी एंडरसन एयर फोर्स बेस पर बम गिराते हुए नजर आ रहा है.

चीन के एच-6 बॉम्बर ने गुआम पर किया ‘हमला’
मीडिया खबरों की माने तो चीनी सेना की ओर से जो वीडियो जारी किया गया है वो वीबो अकाउंट पर शनिवार को अपलोड किया गया था. इस वीडियो को देखने के बाद ऐसे लग रहा है जैसे किसी हॉलीवुड फिल्म का ट्रेलर चल रहा हो. बता दें कि चीनी वायुसेना की तरफ से अपलोड किया गया ये वीडियो कुल 2 मिनट और 15 सेकंड का है. वीडियो में तो चीनी एच-6 बॉम्बर रेगिस्तान में किसी एयरफोर्स बेस से उड़ान भरते हुए नजर आता है. साथ ही इसमें ये बताया गया है कि युद्ध के देवता एच-6 हमले पर रवाना हो रहे हैं.

अमेरिकी एयरफोर्स पर चीनी बॉम्बर का अटैक
इसके बाद वीडियो के आगे नजारे में ये दिखाया गया है कि चीन के एयरफोर्स का पायलट आसमान में एक बटन प्रेस करता है और तभी मिसाइल समुद्र के किनारे बने एक रनवे पर गिर जाती है और तेजी के साथ धमाका करते हुए वहीं फट जाता है. हालांकि ये मिसाइल जैसे ही रनवे पर टकराती है वैसे ही उपग्रह से इसकी एक इमेज भी दिखाई जाती है. लेकिन वीडियो में जो रनवे दिखाई देता है वो बिल्कुल अमेरिकी नेवल बेस गुआम के एंडरसन एयरफोर्स बेस के जैसे दिखता है. दिलचस्प बात तो ये है कि इस वीडियो को बनाने में चीन के एयरफोर्स ने कुछ अलग-अलग म्यूजिक का भी इस्तेमाल किया है.

फिलहाल PLAAF की ओर से इस वीडियो को जारी करते हुए एक कैप्शन दिया गया है. जिसमें लिखा गया है कि, हम मातृभूमि की आसमानी सुरक्षा के रक्षक हैं. हमारे पास इस भूमि के आसमान की सुरक्षा करने का भरोसा तो है ही और इसके साथ ही ताकत भी है. देखा जाए तो इस वीडियो के वायरल होने के बाद चीनी रक्षा मंत्रालय की ओर से और न ही अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड की तरफ से कोई बयान दिया गया है. हालांकि इस बारे में सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज के रिसर्च फेलो कोलिन कोह का कहना है कि, चीन ने इस वीडियो को विशेष मकसद से अपलोड किया है. उन्होंने कहा कि चीन का मकसद लंबी दूरी तक मार करने की उसकी ताकत को लेकर अपना प्रदर्शन दिखाना है. साथ ही उसने अमेरिका को चेतावनी भी दी है कि वो ताइवान और साउथ चाइना सी के विवादों में हस्तक्षेप न करें.

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