भारतीय gaming इंडस्ट्री चाइना को “Headshot” देने वाली है, क्योंकि PM मोदी खुद इसका समर्थन कर रहे हैं


बीते रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने “मन की बात” कार्यक्रम में भारत के game developers से भारत के स्थानीय खेलों को लेकर स्टार्ट-अप्स शुरू करने का आह्वान किया था। उसके कुछ दिनों बाद ही मोदी सरकार द्वारा 118 और चीनी Apps को बैन करने का फैसला लिया गया है। बैन होने वाली Apps में सबसे बड़ा नाम PubG का है, जो भारतीय युवाओं के बीच बेहद ज़्यादा लोकप्रिय था। ऐसे में कहा जा सकता है कि, पीएम मोदी ने ना सिर्फ भारतीय developers को भारतीय गेम बनाने के लिए प्रेरित किया है, बल्कि PubG को बैन कर उन्हें बड़ा अवसर भी प्रदान किया है। अगर भारतीय developers ने इस अवसर को भुनाने में सफलता प्राप्त की, तो यह हमेशा के लिए भारतीय video gaming industry की सूरत बदल सकता है।

30 अगस्त को अपने “मन की बात” कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था हमारी युवा पीढ़ी के लिए भी स्टार्ट-अप के लिए यह एक नया अवसर है। हम भारत के पारम्परिक इंडोर खेलों को नए और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करें। उनसे जुड़ी चीजों को जुटाने वाले उअर आपूर्ति करने वाले स्टार्ट-अप काफी लोकप्रिय हो जाएँगे”। PM मोदी ने आगे कहा था, “हमें ये भी याद रखना है किहमारे भारतीय खेल भी तो स्थानीय हैंऔर हम लोकल’ के लिए वोकल’ होने का प्रण पहले ही ले चुके हैं”। यहाँ PM मोदी ने भारत के game developers से पारंपरिक भारतीय खेलों के आधार पर आधुनिक Video games बनाने का आह्वान किया था। अब PUBG को बैन करने के बाद भारत सरकार ने भारत के gamers को बड़ा अवसर प्रदान कर दिया है।

चीन के साथ लगातार तनाव के बीच भारत सरकार लगातार भारतीय App developers को समर्थन दे रही है। इसके लिए हाल ही में भारत सरकार ने Atmanirbhar Bharat App Innovation Challenge को भी लॉन्च किया था, जिसके विजेताओं के नाम पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में लिए थे। पीएम मोदी की इस मुहिम का असर यह हुआ कि, देखते ही देखते भारत की कई apps Google play Store India की टॉप 10 लिस्ट में आ पहुंचे। मन की बात कार्यक्रम के बाद Snack Video, PickU, Josh, Sharechat और Moj ऐप ने गूगल प्ले-स्टोर की टॉप-10 ऐप की सूची में जगह बना ली। इन भारतीय Apps के अलावा Roposo और Chingari जैसी Apps को भी टॉप-10 Apps की सूची में जगह मिल गयी।

भारत सरकार का रुख पूरी तरह साफ है। उसे online gaming और video gaming से कोई परेशानी नहीं है, बल्कि उसे चीनी games से परेशानी है। उनकी एवज में सरकार बड़े ही शानदार तरीके से भारतीय गेमिंग Apps को प्रोमोट कर रही है, जिसका फायदा भारतीय App developers को हो रहा है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments