भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए कमांडो तेनजिन के अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब, लगे भारत माता की जय के जयकारे

 


भारतीय सेना ने 29-30 अगस्त की रात में पैंगोंग झील के दक्षिणी क्षेत्र में चीनी सेना की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के दौरान स्पेशल फ्रंटियर फोर्स (SFF) कमांडो नेईमा तेनजिन शहीद हो गए थे। जिनका अंतिम संस्कार आज लेह में किया गया। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए, जिनकी आंखों में गम साफ़ दिखाई दे रहा था। इसके साथ ही पूरा इलाका भारत माता की जय के जयकारों से गूंज उठा। नेईमा तेनजिन का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ लेह में किया गया।

शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव भी आत्म संस्कार में पहुंचे। चीन की सेना के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन के लिए विशेष दस्ते (विकास रेजिमेंट) के कंपनी लीडर नेईमा तेनजिन थे। जिनके परिवार पत्नी और तीन बच्चे हैं। गौरतलब है कि करीब डेढ़ लाख तिब्बती शरणार्थियों की कॉलोनी लेह में है। विकास रेजिमेंट में अफसर थल सेना के होते हैं और इसके जवान तिब्बती शरणार्थियों (Tibetan Refugees) में से ही रखे जाते हैं।

पहाड़ों में दुश्मनों पर अपनी जबरदस्त कार्रवाई में माहिर होते हैं विशेष दस्ते के यह जवान जिन्होंने वर्ष 1971 और 1999 कारगिल युद्ध में अपना शौर्य दुनिया को दिखाया था। इस रेजिमेंट की स्थापना वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद की गई थी।

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