आक्रोशित हुए देश के किसानों का बरपा ट्रेनों पर कहर, शुरू की इतने दिनों के लिए ‘रेल रोको आंदोलन’

 

लोकतंत्र में हर किसी को अपनी अभिव्यक्ति की आजादी मिली है। इसके तहत देश का कोई भी व्यक्ति किसी भी मसले पर अपनी राय रख सकता है, लेकिन कई मौकों पर यह हिंसक रूख भी अख्तियार करता है, तो कभी नरम रूख भी, लेकिन अभी हाल ही में जो लोकतंत्र के मंदिर संसद में किसानोें से संबंधित तीन विधेयक पारित किए गए हैं, उसे लेकर अब किसानों का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है। एक तरफ जहां 25 सितंबर को किसान बंधू देश बंदी का ऐलान कर चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब में किसानों के कई संगठनों ने अब ‘रेल रोको आंदोलन’ शुरू कर दिया है।

जी हां.. यह किसी और का नहीं बल्कि रेल रोको आंदोलन का ही नतीजा है कि  अब 24 से 26 सितंबर तक ट्रेनों का संचालन बंद रहेगा।  इस आंदोलन का आगाज आज से ही शुरू होने जा रहा है। इस आंदोलन को धरातल पर उतारने की दिशा में पंजाब के विभिन्न किसान संगठन अब लामबंद हो चुके हैं। आप किसानों के विरोध प्रदर्शन के धार का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि इन प्रदर्शनों के नतीजतन कई ट्रेनों के टिकट अब कैंसिल किए जा चुके हैं। इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, हम इस विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अब हमने रेल रोको आंदोलन का आगाज किया है। इसी रेल रोको आंदोलन को मद्देनजर रखते हुए अब कई ट्रेनों  के टिकट भी कैंसिल हो रहे हैं।

गौरतलब है कि अभी हाल ही में कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा करार, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पारित हुआ है। इसी विधेयकों के विरोध में किसानों का रोष उभरकर सामने आ रहा है। इस विरोध प्रदर्शन में भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), कीर्ति किसान यूनियन, भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), भाकियू (दोआबा), भाकियू (लाखोवाल) और भाकियू (कादियां) आदि संगठन शामिल हुए हैं।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments