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आपको बता दें कि यह पर्वतमाला हिमालय क्षेत्र के अंतर्गत ही आती है। दरअसल, हिन्दुकुश पर्वतमाला पामीर पर्वतों से जाकर जुड़ती हैं जो कि हिमालय की एक उपशाखा मानी जाती है। ऐसा प्रामाणिक है कि प्रारंभिक मनुष्य इसी हिन्दुकुश के इलाक़े में रहते थे। एक बात और जो ग़ैर करने लायक है वह यह कि हिन्दुकुश पर्वतमाला के बीचो-बीच सबसे ऊँचा पहाड़ पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के चित्राल जिले में स्थित है, जिसे वर्तमान में तिरिच मीर पर्वत कहते हैं।
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इसके अलावा हिन्दुकुश का दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ नोशक पर्वत है तथा तीसरा सबसे चा पर्वत इस्तोर-ओ-नल है। दिलचस्प है कि हिंदुकुश श्रेणी क्षेत्र बौद्ध धर्म का भी एक ऐतिहासिक महत्वपूर्ण केंद्र था। सबसे ज़रूरी बात यह है कि सामरिक दृष्टि से यह भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है। अतीत में यह भारतवर्ष का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है।
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