बॉलीवुड इंडस्ट्री में रिश्ते टूटने की खबरें बहुत आम हैं. जितनी जल्दी यहां रिश्ते बनते हैं उतनी जल्दी उनका अंत भी हो जाता है. लेकिन बॉलीवुड में कई ऐसे नाम हैं जिनकी दोस्ती की मिसाल दी जाती है. ऐसी ही एक जोड़ी विनोद खन्ना (Vinod Khanna) और महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) की हुआ करता थी. जो अब नहीं है. एक वक्त था जब इनकी गहरी दोस्ती की मिसाल लोग देते थे. महेश भट्ट के कहने पर ही विनोद ने उनके भाई मुकेश भट्ट को सेक्रेटरी बनाने का फैसला लिया था. विनोद जिस समय रजनीश के आश्रम गए थे तो इसके पीछे भी महेश भट्ट का ही हाथ था. मगर दोनों की गहरी दोस्ती में उस वक्त दरार पड़ गई जब विनोद खन्ना ने गुस्से में मुकेश भट्ट को भरे स्टूडियो में एक साथ कई थप्पड़ मार दिए थे. तो चलिए जानते हैं पूरा मामला.
महेश के कहने पर गए थे रजनीश की शरण में
हर कोई महेश भट्ट की आदतों से वाकिफ हैं. वो सिर्फ एक्ट्रेस ही नहीं बल्कि एक्टर्स की लाइफ में भी खूब दखल देते हैं. अस्सी के दशक में जब विनोद खन्ना एक ऐसे मुकाम पर थे जहां अमिताभ बच्चन भी उनसे मात खा सकते थे. तभी उनका मां का निधन हो गया था. जिससे विनोद को गहरा सदमा पहुंचा था.
मां के निधन से बुरी तरह टूट चुके विनोद को तब महेश ने ओशो रजनीश के आश्रम में जाने की सलाह दी थी. खबरें तो ऐसी भी हैं कि, उस वक्त विनोद ने महेश का पूरा खर्च उठाते थे. इसका जिक्र एक इंटरव्यू में महेश ने भी किया था. महेश ने बताया था कि, ‘तब मेरे पास नहीं था तो विनोद ही देखभाल करने के साथ ट्रेवलिंग का खर्चा उठाते थे.’
फिल्म ‘इंसाफ’ से वापसी
महेश की सलाह पर रजनीश के आश्रम गए विनोद खन्ना का वहां मन नहीं लगा और उन्होंने फिल्म ‘इंसाफ’ से धमाकेदार वापसी की. इसके बाद महेश ने अपने भाई मुकेश को प्रोड्यूसर बनाया और विनोद खन्ना के साथ फ़िल्म ‘जुर्म’ की शुरुआत की. महेश भट्ट फिल्म तो बनाना चाहते थे
लेकिन पैसे देने में आनाकानी करने लगे थे. महेश भट्ट की यही हरकत विनोद को चुभ गई और शूटिंग टालने लगे. ऐसा बताया जाता है कि, महेश की हरकतों से नाराज विनोद ने 40 दिनों तक शूटिंग कैंसिल कराई थी और मुकेश भट्ट जो उनका काम संभाल रहे थे. उन्होंने विनोद के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया.
दरअसल, जब विनोद को पैसे नहीं मिले तो उन्होंने फिल्म की शूटिंग टाली और मुकेश ने अपने भाई महेश का साथ देते हुए पब्लिक में विनोद के खिलाफ जहर उगला. कुछ समय तक विनोद जब सुनते रहे लेकिन जब हद पार हो गई तो वह आग बबूला हो गए. फिर वो दिन आया जब स्टूडियो में विनोद और मुकेश का आमना-सामना हुआ और
विनोद ने लगातार कई थप्पड़ मार दिए. फिल्म जुर्म के दौरान हुई इन घटनाओं की वजह से महेश-विनोद की दोस्ती भी खत्म हो गई और महेश भट्ट ने ऐलान किया कि, ‘मैं विनोद के स्पॉट ब्वॉय को हीरो बना लूंगा, लेकिन विनोद को अपनी फिल्मों में साइन नहीं करूंगा’. फिल्म जुर्म से फाइनेन्सर भी पीछे हट गए और आखिर में विनोद ने अपने दम पर फिल्म पूरी की.
आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।
Post a Comment