आजकल संसद के मानसून सत्र की घटनाएं खासा सियासी चर्चा का विषय बन रही है। इस बीच संसद के लोकसभा में किसानों के लिए लाए गए तीन विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद आज राज्यसभा में पेश किए जाएंगे। समस्त देश के किसान सहित़ अन्य सभी राजनीतिक दल के नुमाइंदे इस बिल का विरोध कर रहे हैं। बीते दिनों तो इस विधेयक के चलते एनडीए की हरसिमरत कौर ने इस्तीफा तक दे दिया था और अब जब यह बिल राज्यसभा में पेश होने जा रहा है, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी गैर भाजपा दलों से किसानों की भलाई हेतु इस बिल का विरोध करने का आग्रह किया है। इस संदर्भ में बकायदा उन्होंने ट्वीट भी किया है।
क्या कहा उन्होंने अपने ट्वीट में
यहां पर हम आपको बताते चले कि उन्होंने किसानों के हित के लिए पेश होने जा रहे इस बिल के बारे में ट्वीट कर कहा कि आज पूरे देश के किसानों की नज़र राज्य सभा पर है। राज्यसभा में भाजपा अल्पमत में है। मेरी सभी ग़ैर भाजपा पार्टियों से अपील है कि सब मिलकर इन तीनों बिलों को हरायें, यही देश का किसान चाहता है। केंद्र के तीनों विधेयक किसानों को बड़ी कंपनियों के हाथों शोषण के लिए छोड़ देंगे मेरी सभी ग़ैर भाजपा पार्टियों से बिनती है कि राज्यसभा में एकजुट होकर इन विधेयकों का विरोध करें, सुनिश्चित करें कि आपके सभी MP मौजूद हों और वॉकआउट का ड्रामा ना करें। पूरे देश के किसान आपको देख रहे हैं।
क्या है आम आदमी पार्टी का रूख
वहीं, अगर इस बिल को लेकर आम आदमी पार्टी के रूख की बात करें तो विरोधी रूख इस के साथ आप का इस बिल के खिलाफ विरोध जारी है। अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी सदन में इस बिल का विरोध करेगी। राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के तीन सांसद हैं और लोकसभा में एक सांसद हैं। कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020 तथा कृषक (सक्तीशकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक को अध्यादेश की जगह लेने के लिए इसे सोमवार को लोकसभा में पेश किया गया था।
आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।
Post a Comment