Age of Ideas: सरकार तक अपनी बात पहुचाइए और 2,75,000 की इनामी राशि पाइये


गौतम बुद्ध ने कहा था कि जिस विचार का सटीक आकलन कर के उसे योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाता है वो उस विचार से कई गुणा अधिक महत्वपूर्ण है जो केवल इंसान के मन में ही रह जाता है। योजनाएँ – जो हर सरकार बनती है, जो हर मस्तिष्क में होती हैं, जिन्हें अच्छा और अच्छा किया जा सकता है। क्या आपका मस्तिष्क भी अभिनव योजनाओं की जन्म-स्थली है? क्या आपको लगता है आपके सुझाव से इस देश की दिशा और दशा में आमूलचूल परिवर्तन आ सकते हैं? अगर दोनों प्रश्नों के उत्तर हाँ हैं तो आपके पास है एक सुनहरा मौका।

Age of Ideas: विचारों का महामंथन

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सत्तरवें जन्मदिन के उपलक्ष्य में केआर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री एस॰ए॰ रामदास जी ने बीड़ा उठाया है विचारों के एक महामंथन का जिसका नाम है ‘Age of Ideas’ – अर्थात विचारों का समय। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लोकहित में एक से बढ़ कर एक योजनाओं का प्रतिपादन किया है जिसने करोड़ों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं। परंतु कोई भी योजना ऐसी नहीं होती जिसमे सुधार का स्थान ना हो और इसी लिए इस महामंथन में जनता देगी सुझाव और सरकार करेगी उन सुझावों का आकलन।

Age of Ideas: नकद पुरस्कार

कुल मिलाकर 45 दिनों तक चलने वाले इस महामंथन के दस विजेता प्रतिभागियों के विचारों को सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुँचने का मौका मिलेगा और उन दस प्रतिभागियों के लिए नकद पुरस्कार भी मिलेंगे। प्रथम आने वाले प्रतिभागी को 50,000 रुपये को इनामी राशि के अलावा कुल 2,75,000 के नकद पुरस्कार होंगे।

Age of Ideas: विजेताओं का चुनाव

31 October तक चलने वाले इस महामंथन से निकले विचारों में से निकले दस सर्वश्रेष्ठ विचारों का चुनाव करेगी 10 सदस्यों की एक ज्यूरी जिसमें कला से लेकर साहित्य तक के दिग्गज होंगे। और सोशल मीडिया द्वारा हर पल का संदेश आप तक पहुंचाने के लिए होगा आपका अपना टीएफ़आई।

तो देर किस बात की, उठाये अपना फोन और लैपटाप और साझा कीजिये अपने विचार क्योंकि आपका एक विचार बदल सकता है इस देश की दशा और दिशा।

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