कोरोना वैक्सीन बनाने में इस कंपनी को मिली सफलता, 98 प्रतिशत लोगों पर असरदार रहा पहला ही टीका

 

नई दिल्ली। कोरोना के मामले काफी तेजी से दुनिया भर में बढ़ रहे हैं, पिछले दिनों रूस और इटली में जहां लग रहा था कि संक्रमण की रफ़्तार थम गई हैं वहां दोबारा संक्रमण के मामले सामने तेजी से आ रहा हैं। अमेरिका, भारत और ब्राज़ील में कोरोना ने सबसे ज्यादा आतंक मचाया हुआ है। इस बीच पूरी दुनिया को सिर्फ कोरोना वैक्सीन का ही इंतज़ार है। वैक्सीन को लेकर सबसे पहले रूस ने दावा किया, जिसके बाद अब चीन भी वैक्सीन बनाने का दावा कर रहा है। रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik V भले ही अभी अपने तीसरे चरण में है लेकिन उसका सिविल सर्कुलेशन शुरू हो चुका है। दूसरी तरफ भारत, अमेरिका और ब्रिटेन में वैक्सीन बनाने को लेकर काम काफी तेजी से चल रहा है और वैक्सीन का ट्रायल होने तीसरे चरण में है। रूस भले ही महीने भर पहले ही कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा कर चुका हो लेकिन अन्य देशों उसकी वैक्सीन पर भरोसा नहीं हैं।

वहीं अमेरिका से कोरोना वैक्सीन को लेकर सकारात्मक जानकारी सामने आ रही है। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson and Johnson) कोरोना वैक्सीन बना रही है जिसके अब तक हुए ट्रायल में सकारात्मक रिजल्ट सामने आए हैं। हेल्थ वेबसाइट medRxiv की रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन के सिंगल ही डोज ने ही संक्रमण के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखाया है। इस वैक्सीन को सुरक्षित बताया जा रहा है और कंपनी अपनी वैक्सीन के ट्रायल में अपने तीसरे चरण में है। यह अमेरिका की चौथी वैक्सीन है जो अपने अंतिम चरण है।

गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दो दिन पहले ही लोगों से वैक्सीन के ट्रायल में शामिल होने की अपील की है। ट्रंप ने कहा था कि जॉनसन एंड जॉनसन ने जानकारी दी है कि उसकी कोरोना वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के लास्ट फेज है। यह देश की चौथी वैक्सीन है। राष्ट्रपति ने वर्ष 2020 के अंत तक पूरे देश में वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक डिलीवर करने का वादा किया है। उम्मीद जताई जा रही है कि तीन नवंबर तक अमेरिका में कोरोना की पहली वैक्सीन आ जाएगी।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments