12000 सुअरों को मारने का सरकार ने दिया आदेश, जानें क्या इसकी वजह

 

गुवाहाटी। अफ्रीकी स्वाइन बुखार (एएसएफ) से असम की जनता को बचाने के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एक बड़ा जारी करते हुए 12000 सूअरों को अक्टूबर तक मारने का आदेश दिया। दरसअल असम के कुछ हिस्सों में अफ्रीकी स्वाइन बुखार (एएसएफ) से बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस बुखार से प्रभावित क्षेत्रों में करीब 12,000 सूअरों को अक्तूबर माह के अंत तक मारने का एक बड़ा आदेश दिया है। इस बारे में जानकारी  देते हुए अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से पहले से ही असम का सूअर पालन क्षेत्र प्रभावित था।

वहीं, अब अफ्रीकी स्वाइन बुखार के कारण असम में 18,000 सुअरों की मौत हो चुकी है। खबरों के मुताबिक एएसएफ का पहला केस मई में सामने आया था। वहीं इस मामले में सूअर फार्म मालिकों ने सरकार पर आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का आंकड़ा गलत है, क्योंकि इस बीमारी के चलते 1,00,000 से अधिक सुअरों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की कोई वैक्सीन न होने के वजह से मृत्यु दर 90 से 100 फीसदी है। इसके साथ ही फार्म मालिकों ने शिकायत करते हुए कहा कि सरकार की ओर से न तो कोई सहायता की गई है और न ही नुकसान की भरपाई की गई है।

वहीं  ‘वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ’ के मुताबिक, ”एएसएफ एक गंभीर वायरल बीमारी है जो घरेलू और जंगली सूअर दोनों को प्रभावित करती है। यह बीमारी जानवरों से इंसानों में नहीं फैलती है। इसका प्रसार दूषित चारे और वस्तुओं जैसे कि जूते, कपड़े, वाहन, चाकू के माध्यम से भी हो सकता है”।

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