प्रियंका गांधी के मुताबिक, “भारतीय मनीषी रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदात्तता, प्रेम, पराक्रम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है। उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक रामकथा स्वयं को अभिव्यक्त करती आ रही है। उन्होंने कहा, “युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का काम कर रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी।”
राम को “निर्बल का बल” कहते हैं
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ” गांधी के रघुपति राघव राजा राम सबको सन्मति देने वाले हैं। वारिस अली शाह कहते हैं जो रब है वही राम है। राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त राम को ‘निर्बल का बल’ कहते हैं।” कांग्रेस महासचिव ने कहा, ” पांच अगस्त, 2020 को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।”
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