नागनाथ स्वामी मंदिर या केतु स्थलम (Naganatha Swamy Temple or Kethu Sthalam ) तमिलनाडु के नौ नवग्रह स्थलों में से एक है. यह कावेरी नदी के डेल्टा पर स्थित है. इस मंदिरमें भक्त अपने सर्प दोष और राहु दोष को दूर करने के लिए आते हैं. इनसे मुक्ति पाने के लिए शिव लिंग पर रुद्र अभिषेक करते हैं. अगर भक्त राहु दोष से मुक्ति पा लेता है तो दूध का रंग नीला पड़ जाता है. लेकिन कहा जाता है कि जैसे ही यह दूध फिर से जमीन पर आता है तो इसका रंग सामान्य हो जाता है.
मान्यताओं के मुताबिक, एक बार एक संत को राहु ने श्राप दे दिया और उन्होंने इस श्राप से मुक्ति के लिए अपने गणों के साथ भगवान शिव की पूजा की. शिवरात्रि के दिन भगवान ने राहु को दर्शन दिए और श्राप से मुक्ति दे दी. राहु यहां अपने गणों के साथ विराजे हुए हैं और उन्हें सर्पों का देवता भी कहा जाता है.
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