सर्वे में खुली पोल: रोजगार न मिलने पर भीख मांगते मिले ग्रैजुएट-पोस्ट ग्रैजुएट


पिछले काफी वक़्त से कहा जा रहा है कि देश में रोजगार नहीं है और पढ़े लिखे युवा भीख मांगने को मजबूर हैं। लेकिन इस बात को सभी सरकारें ख़ारिज कर देती हैं। इस बीच राजस्थान से जो सच सामने आ रहा है चौका देने वाला है। जयपुर पुलिस ने शहर में भीख मांग रहे भिखारियों पर एक सर्वेक्षण (Survey) किया था। जिसमे जो सच सामने आया है वो सरकार के चेहरे एक जोरदार तमाचा है। युवाओं के नाम पर देश में काफी राजनीति होती है। लेकिन जब सच सामने आता है तो नेता मुंह मोड़ लेते हैं। लेकिन उससे सच बदल तो नहीं जाता है। पुलिस ने अपने सर्वे में पाया कि शहर में 1,162 भिखारियों में से तीन भिखारियों ने आर्ट्स से स्नातक (Graduate) किया हैं। दो भिखारियों में से एक ने एमकॉम किया हुआ है वहीं दूसरे ने आर्ट्स में स्नातकोत्तर (PostGraduate) किया हैं।

इनमे 39 भिखारी साक्षर, 193 स्कूल गए हुए हैं वहीं 825 भिखारी निरक्षर हैं। शहर में भीख मांगने को मजबूर भिखारी आम लोगों की तरह काम करके सम्मान से जीवन जीना चाहते हैं। इन पांच पढ़ें लिखे भिखारियों में से दो की उम्र 50 से 55 वर्ष के बीच है, दो की उम्र 32 से 35 वर्ष हैं। वहीं पांचवे भिखारी की आयु 65 वर्ष है। यह सर्वे शहर को भिक्षावृत्ति को खत्म करने के लिए हुआ था। जिसका उद्देश्य था कि भिखारियों को कुछ काम सिखाया जा सके जिससे उन्हें रोजगार मिल सके। पांच शिक्षित भिखारियों का कहना है कि वो कंस्ट्रक्शन साइट, होटल्स में काम करने को तैयार हैं।

एक ग्रैजुएट भिखारी ने जो बताया वो सच में बेहद दुखद है, उसने बताया कि वो झुंझुनू का रहना वाला है जो 25 वर्ष पहले जयपुर नौकरी के तलाश में आया था लेकिन उसे रोजगार नहीं मिला तो उसके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा जिसके बाद उसने खुद को ज़िंदा रखने के लिए भीख मांगना शुरू कर दिया। इनमे से कई भिखारी आगे पढ़ाई भी चाहते हैं और काम भी करना चाहते हैं। इनमे से 809 भिखारी राजस्थान के हैं, 95 उत्तर प्रदेश से, 63 मध्य प्रदेश से, 43 बिहार से, 37 पश्चिम बंगाल से, 25 गुजरात से, 15 महाराष्ट्र हैं। जिनमे 939 पुरुष हैं तो 223 महिलाएं है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments