सुनकर अजीब लगा पर ये सच है यहां लिंग चढ़ाया जाता हैं प्रसाद नही
अब-तक आपने कई अजीबोगरीब मंदिरों के बारे में सुना होगा… किसी मंदिर को लेकर अजीबोगरी मान्यताएं होती हैं तो किसी में अजीबोगरीब प्रसाद मिलता है। भारत का एक ऐसा ही मंदिर है ‘कामाख्या मंदिर’… इस मंदिर में देवी के योनि भाग की पूजा की जाती है, मान्यता है कि इस जगह मां सती का योनि भाग आकर गिरा था। कामाख्या मंदिर के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन आज हम आपको इसी तरह एक दूसरे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है… जहां का अजब-गजब चढ़ावा देखकर पहली बार हर कोई असहज महसूस करता है।
ये भारत का नहीं बल्कि थाईलैंड के बैंकॉक में बना एक मंदिर है, जिसका नाम है ‘चाओ माई तुप्तिम मंदिर’ (Chao Mae Tuptim shrine)।
आपको सुनकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में ‘लिंग का चढ़ावा’ चढ़ाया जाता है।
जी हां, इस मंदिर के दर्शन करने आने वाले भक्ति देवी के लिए धातु, लकड़ी व रबड़ के बने ‘लिंग’ लेकर आते हैं और उन्हें मां को अर्पित करते हैं।
इस मंदिर के आसपास की सभी दुकानों पर मिठाइयां व प्रसाद नहीं बल्कि हर जगह रंग-बिरंगे लिंग बेचे जाते हैं।
देश-विदेश से जब लोग इस मंदिर में पहली बार जाते हैं, तो वह इन लिंगो को देखकर असहज जरूर महसूस करते हैं। लेकिन थाई संस्कृति से ताल्लुक रखने वाले लोग काफी खुले विचारों वाले होते हैं, और ये उनकी आस्था से जुड़ी एक समान्य-सी बात है।
क्यों चढ़ाया जाता है लिंग?
मान्यता है कि एक बार एक महिला इस मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए लकड़ी का बना लिंग अर्पित करके गई ती, कुछ दिन बाद वो गर्भवती हो गई और उसे संतान प्राप्ति हुई। इसी के बाद से लोग यहांम संतान प्राप्ति के लिए मां को लिंग चढ़ावे के तौर पर लाते हैं।
ये मंदिर वृक्ष देवी का माना जाता है, जिन्हें प्रजनन देवी माना जाता है। इस मंदिर में देश-विदेश हर जगह से लोग आते हैं।
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