उड़कर महासागर पार करने की क्षमता रखने वाले पक्षी क्रायोड्रेकॉन की कहानी

क्रायोड्रेकॉन आसमान में उड़ने वाले इस धरती पर मौजूद सबसे बड़े जीव थे। जी हाँ, आपको बता दे कि क्रायोड्रेकॉन अपने डैनों के 10 मीटर विस्तार के साथ हमारी पृथ्वी पर उड़ने वाले सबसे बड़े जीवों में से एक था। इसका पूरा नाम क्रायोड्रेकॉन बोरियस है। दिलचस्प है कि 10 मीटर का क्रायोड्रेकॉन 7.7 करोड़ वर्ष पूर्व आसमान में राज करता था। इस बात का दावा आज से तीस वर्ष पहले कनाडा के अलबर्टा में मिले अवशेषों के आधार पर क्वीन मैरी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। इस बारे में उनकी रिपोर्ट जर्नल ऑफ़ वर्टिब्रेट पेलियनटॉलोजी के सितंबर के अंक में प्रकाशित की गयी है।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार क्रायोड्रेकॉन मांसाहारी था। इसका शिकार स्तनधारी, अन्य छोटे डायनासोर, अन्य छोटे डायनासोर के बच्चे और सरीसृत थे। यह आसमान से उन पर हमला करता था। अब ऐसे में बाक़ी के जीवों में क्रायोड्रेकॉन से उस भय की महज कल्पना ही की जा सकती है जब आसमान से इसका हमला होता था। यह भी अनुमा है कि क्रायोड्रेकॉन उड़कर महासागर पार करने की क्षमता रखते थे।
आपको बता दें कि तीस साल पहले कनाडा के अलबर्टा में क्रायोड्रेकॉन बोरियस के पाँव, पंख, गर्दन और पसलियों के अवशेष मिले थे। यह युवा क्रायोड्रेकॉन था, जिसके पंखों का विस्तार 5 मीटर था। मालूम हो कि एक वयस्त क्रायोड्रेकॉन की विशाल गर्दन के अवशेष भी मिले, उसके पंखों का आकार 10 मीटर आँका गया।
ये बात ग़ौर करने लायक है कि अध्ययनकर्ता डेविड होन और माइकल हबीब के मुकाबिक यह एक बहुत बड़ी खोज है। ऐसी संभावनाएँ जताई गयीं थीं कि इतने बड़े उड़ने वाले जीव पृथ्वी पर कभी रहे होंगे, लेकिन अब इस बात को इस अध्ययन के बाद पुख्ता तौर पर कहा जा सकता है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप हमें सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments