मोहर्रम का दिखा चांद, मुस्लिम धर्मगुरु बोले- ताजिया निकालने दो, वरना..

shia cleric on muharram

देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार अब तेजी से बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी इसका आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में योगी सरकार (Yogi Government) ने लॉकडाउन की गाइडलाइंस (Guidelines of Lockdown) को मानने के सख्त निर्देश दिए हैं। सरकार ने समारोह और भीड़भाड़ करने पर भी पांबदी लगा रखी है, ऐसे में मोहर्रम (Muharram) आ गया है और शिया धर्मगुरु ये मांग कर रहे हैं कि उन्हें ताजिया निकालने की इजाजत दे दी जाए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अगर ताजिया निकालने की इजाजत नहीं दी जाती है तो वे गिरफ्तार होने को भी तैयार हैं जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने ताजिया निकालने पर पाबंदी लगा रखी है।

ताजिया निकालने का ऐलान
लखनऊ शिया और सुन्नी मरकजी चांद कमेटी के मुताबिक, 20 अगस्त को मोहर्रम का चांद दिख गया है। वहीं 21 अगस्त को मोहर्रम की पहली तारीख है, वहीं 30 अगस्त को ‘यौम-ए-आशूरा’ होगा। हर साल मोहर्रम के समय ताजिया का आयोजन किया जाता है। इस बार कोरोना वायरस के चलते इस पर पाबंदी लगाई है जिससे लखनऊ (Lucknow) के शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बेे जवाद ने पुलिस से नाराजगी जाहिर की है। इस संबंध में उन्होंने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे को ज्ञापन भी सौंपा है।

पुलिस पर लगाया आरोप
शिया धर्मगुरु ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंप लॉकडाउन की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए ताजिया निकालने की परमीशन मांगी है। साथ ही उन्होंने ये भी ऐलान किया है कि अगर पुलिस उन्हें इजाजत नहीं देती है तो वह ताजिया निकालेंगे। इसके लिए वह गिरफ्तार होने को भी तैयार हैं। शिया धर्मगुरु ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, उन्हें मोहर्रम के दौरान न ही ताजिया निकालने की इजाजत दी जा रही है और न ही सामान बेेचने की इजाजत दी जा रही है। उनके मुताबिक, पुलिस कोरोना वायरस का हवाला दे रही है जो कि गैरकानूनी है, क्योंकि मोहर्रम में किए जाने वाले सभी प्रोग्राम लॉकडाउन की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए की जा रही है।

गिरफ्तार होने को भी तैयार धर्मगुरु
वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक, मोहर्रम को लेकर गुरुवार रात को मौलानाओं के साथ बैठक की गई जहां मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने अपनी बात रखी है। उनसे कहा गया है कि कोविड-19 और केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार किसी प्रकार की भीड़ जमा नहीं की जाएगी और ना ही ऐसी कोई स्थिति पैदा की जाएगी जिससे विवाद हो। वहीं शिया धर्मगुरु ने कहा कि उन्होंने अपनी बात रख दी है। अगर तब भी वह नहीं मानते हैं तो गिरफ्तारी देने को तैयार हैं।

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