खुली खाकी की पोल: रिश्वतखोर एसओ का वीडियो वायरल, किया गया निलंबित

अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस व्यवस्था दी गई है। पुलिस का काम है कि अपराधियों को गिरफ्तार कर सजा दिलवाने में मदद करे। लेकिन यह बातें केवल कानूनी हैं। हकीकत इसके ठीक उलट है। कटु सत्या यह है कि हर अपराध की जद में पुलिस होती है। यूं कह सकते हैं कि बिना पुलिस के संरक्षण के कोई अपराध हो ही नहीं सकता। इसी कड़ी में बदायूं जनपद के उघैती थाने पर तैनात थानाध्यक्ष राकेश चौहान का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह फरियादी से रिश्वत मांगते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल होने पर उसे निलंबित कर दिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच एक वरिष्ठ पुलिस अफसर को सौंपी गई थी जिसमें वायरल वीडियो सही पाया गया, जिसके चलते थानाध्यक्ष राकेश चौहान को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। वायरल वीडियो में थानाध्यक्ष चौहान फरियादी की मदद के नाम पर उससे रिश्वत की मांग कर रहे हैं। रिश्वत को वह घी बता रहे हैं। साथ में रिश्वत देकर काम कराने की खूबियां भी बता रहे हैं।

वीडियो में थानाध्यक्ष डाक्टरी भाषा का इस्तेमाल करते हुए समझा रहे हैं कि मर्ज सरकारी दवा से सही नहीं होगा। इसके लिये प्राइवेट खर्चा करना पड़ेगा। वीडियो में वह कहते सुने जा रहे हैं कि बस हां कर दो हम तो उसकी गर्दन काटकर दूसरी गर्दन भी जोड़ देंगे। हमारे पास सब तरह का इलाज है। अवैध तमंचा, शराब, अफीम… जैसा कहोगे वैसा हो जाएगा। फिलहाल थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। लेकिन यही यूपी पुलिस की सच्चाई है फर्क सिर्फ इतना है कि उघैती थाने का वीडियो सबके सामने आ गया।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments