![china and nepal](https://upvartanews.com/wp-content/uploads/2020/08/china-and-nepal--696x390.jpg)
कभी भारत के साथ रोटी बेटी का रिश्ता निभाने वाले नेपाल ने बीते दिनों चीन की शह पर भारत के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। नेपाल की अतिक्रमण की हद अब यहां तक पहुंच चुकी है कि वो भारत के हिस्से को भी अपने मानचित्र में शामिल कर उस पर अपना दावा ठोक कर रहा है। उधर, जानकारों का कहना है कि नेपाल का यह हालिया रूख चीन की शह का कारण है। नेपाल की मौजूदा सरकार भी चीन समर्थक मानी जाती है, लेकिन अब जो खबर सामने आई है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि नेपाल चीन के ही बुने जाल में फंस गया है और तो और अपने इस कदम से चीन ने यह भी साबित कर दिया है कि वो किसी का भी सगा नहीं हो सकता।
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, चूंकि कल तक नेपाल के साथ अपनी दोस्ती निभाने वाले चीन ने नेपाल के ही जिलों पर दावा ठोक दिया है। चीन ने अपनी विस्तारवादी नीति के तहत नेपाल के दोलखा, गोरखा, दार्चुला, हुमला, सिधुपालचौक, संखुआसभा और रसूवा को अपना शिकार बनाया है। नेपाल के सर्वेक्षण और मानचित्र विभाग के मुताबिक, चीन दोखला स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा का 1.5 किमी हिस्सा हड़प चुका है। चीन ने नेपाल के कोलरांग स्थित सीमा पर अतिक्रमण किया है। बता दें कि यह वही इलाका है, जहां पर दोनों देशों के बीच विवाद चल रहा है। चीन लगातार नेपाल पर इसे सुलझाने की दिशा में दबाव बना रहा है।
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