कोरोना वायरस के इस नए मामले ने दुनिया में मचाई दहशत, वैज्ञानिक हैरान!

चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में ऐसा डंक मारा कि अर्थव्यवस्था तो चौपट हुई ही, लोगों की जिंदगी भी बर्बाद हो गई। दुनिया में कोरोना महामारी के बढ़ते आंकड़े वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, कई देशों में कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन किया हुआ है लेकिन इस लॉकडाउन के आगे भी कोरोना पर कोई खास असर नहीं पड़ा। बल्कि प्रतिदिन लाखों की संख्या में कोरोना मरीजों में इजाफा हो रहा है। अब तक कुल 2 करोड़ 30 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस का शिकार हो चले हैं, जबकि 8,13,000 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना को लेकर कई देशों में क्लीनिकल ट्रायल अपने अंतिम चरण पर है, उम्मीद है कि साल के अंत तक इसकी वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी। लेकिन इस बीच कोरोना वैक्सीन की उम्मीद पर हांगकांग कि इस रिपोर्ट ने पानी फेर दिया है। दरअसल हॉन्ग कॉन्ग के ताजे मामले ने एक बार फिर सारी दुनिया को चिंता में डाल दिया है. बताया जा रहा है कि अप्रैल के महीने में ठीक हो चुका कोरोना व्यक्ति एक बार फिर से संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक कई महीनों के बाद फिर से संक्रमित होने का ये पहला मामला सामने आया है।

दरअसल यूरोप से हॉन्ग कॉन्ग आए इस 33 साल व्यक्ति को एयरपोर्ट स्क्रीनिंग से पता चला कि वो फिर से संक्रमित हो गया है। शोधकर्ताओं ने बताया कि अपने दूसरे संक्रमण के दौरान इस व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं देखे गए, जिससे पता चलता है कि दूसरी बार का संक्रमण ज्यादा नहीं है।

स्टडी के मुख्य लेखक क्वोक-युंग यूएन और उनके सहयोगियों ने कहा, ‘हमारे नतीजों में पता चला कि SARS-CoV-2 इंसानों में बना रह सकता है. शोधकर्ताओं ने कहा, ‘भले ही मरीजों ने संक्रमण के खिलाफ इम्यूनिटी विकसित कर ली हो,  लेकिन फिर भी वो कोरोना वायरस को दूसरों में फैला सकते हैं.’

शोधकर्ताओं ने कहा, ‘Covid-19 से ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना होने वाले व्यक्ति का ये दुनिया का पहला डॉक्यूमेंट हैं.’लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन और ट्रॉपिकल साइंस के प्रोफेसर ब्रेंडन रेन कहते हैं कि यह दोबारा संक्रमण का बेहद दुर्लभ मामला है।

स्टडी के मुताबिक “यह वायरस बहुत तेजी से म्युटेट (उत्परिवर्तन) करता है. अगर वायरस ने म्युटेट कर दिया है और एक नया स्ट्रेन विकसित हो गया है, तो आपको फिर से संक्रमण हो सकता है. ऐसा मामला दक्षिण कोरिया और चीन में भी

देखा जा रहा है. लेकिन उनमें से कितने लोग गंभीर बीमारी की ओर जाते हैं, यह अभी भी बहुत स्पष्ट नहीं है, क्योंकि ये संख्या बहुत कम है.”

विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने बताया कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन ये अबतक पता नहीं चल सका है कि ये इम्यून रिस्पॉन्स कितना मजबूत है और कितनी दिनों तक शरीर में रहता है. इस पर फिलहाल वैज्ञानिकों की रिसर्च लगातार जारी है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप बॉलीकॉर्न.कॉम (bollyycorn.com) के सोशल मीडिया फेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम पेज को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments