झूठ (जिसे वाक्छल या असत्यता भी कहा जाता है) एक ज्ञात असत्य है जिसे सत्य के रूप में व्यक्त किया जाता है। झूठ, एक असत्य बयान के रूप में दिया गया एक प्रकार का धोखा है, जो विशेष रूप से किसी को धोखा देने की मंशा से बोला जाता है और प्रायः जिसका उद्देश्य होता है किसी राज़ या प्रतिष्ठा को बरकरार रखना, किसी की भावनाओं की रक्षा करना या सजा या किसी के द्वारा किए गए कार्य की प्रतिक्रिया से बचना. झूठ बोलने का तात्पर्य कुछ ऐसा कहने से होता है
1. कभी ना कभी आपने भी घर में यह प्रयोग करके देखा होगा. पेंसिल के छिलके से रबड़ बनाने की कोशिश आपने भी जरूर की होगी।
2. अक्सर बड़े लोग डराते थे कि फल के बीज खाने से पेट में ही पौधा उग जाएगा।
3. 90 के दशक में इस तरह की कहावतें बहुत मशहूर थी।
4. कुछ ऐसे टोटके हैं जो आज भी हमारे घरों में इस्तेमाल होते हैं।
5. ज्यादातर बच्चे यह प्रयोग नहीं कर सकते थे इसलिए आसानी से यकीन कर लेते थे। परंतु यह पूरी तरह से झूठ है।
6. क्या आप भी बचपन में मानते थे कि चुटकी के अंदर छिपकली पाउडर मिलाया जाता है? ऐसा लगता है कि किसी ने यह अफवाह उड़ाई थी परंतु हर बच्चा इस पर यकीन करने लगा था।
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