‘जो बिडेन (Joe Biden) आगामी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को हरा देंगे।’ यह भविष्यवाणी उस व्यक्ति ने की है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US President Election 2020) में जीत को लेकर 1984 से जो भविष्यवाणी कर रहा है और ये सच भी हो रही है। जी हां, ये हैं एलन लिक्टमैन (Allan Lichtman)। एलन एक लेखक हैं और एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। पिछली बार ट्रंप की जीत की भविष्यवाणी करने वाले एलन ने इस बार उनकी हार की भविष्यवाणी की है। एक अमेरिकी टीवी चैनल सीटीवी के साथ बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस बार वो 2016 से उलट भविष्यवाणी कर रहे हैं क्योंकि सात की पॉइंट्स ट्रंप के खिलाफ हैं और वो एक की पॉइंट से इस बार हार की ओर रुख कर रहे हैं। अमेरिकी चुनाव में कौन जीतेगा, कौन नहीं? यह भविष्यवाणी करने के लिए एलन हर बार ’13 की पॉइंट्स’ की तकनीक अपनाते हैं।
यह है एलन की ’13 पॉइंट्स’ तकनीक
जिस तकनीक के आधार पर एलन राष्ट्रपति पद पर बढ़त लेने वाले उम्मीदवार का विश्लेषण करते हैं और उसके आधार पर भविष्यवाणी, वास्तव में वह पद्धति ‘सही और गलत’ सवालों जवाबों पर आधारित होती है। जो पदस्थ उम्मीदवार है, यदि वो एक सवाल का जवाब ‘सही’ में दे पाता है तो उसे एक पॉइंट मिल जाता है और उसके एक ‘गलत’ जवाब से उसके प्रतिद्वंद्वी को एक पॉइंट मिल जाता है। ताकत और प्रदर्शन को मापने के इस मॉडल के आधार पर उन्हें एक बारीक समझ और विश्लेषण में सहायता मिलती है। अपने इस पैमाने के बारे में एलन ‘द कीज़ टू द व्हाइट हाउस’ किताब भी लिख चुके हैं।
ट्रंप के महाभियोग की भी की थी भविष्यवाणी
एलन अकेले भविष्यवक्ता थे जिन्होंने साल 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव ट्रंप जीतेंगे यह भविष्यवाणी की थी। इसी वजह से वह बहुत चर्चा में भी रहे। केवल इतना ही नहीं, साल 2017 में एलन ने एक किताब लिखी, जिसका शीर्षक था ‘द केस फॉर इम्पीचमेंट’। इस बुक में एलन ने यह चर्चा की थी कि ट्रंप पर महाभियोग चलाए जाने के पीछे कितनी वजह हो सकती हैं। यह किताब और एलन दोबारा चर्चा में तब आए जब 2019 में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू हुई थी। क्योंकि एक बार फिर एलन की भविष्यवाणी सच साबित हो रही थी।
एलन एक्टिविज़्म में भी रहे सक्रिय
शिक्षाविद और लेखक होने के साथ ही एलन ने सामाजिक, कानूनी और राजनीतिक मुद्दों पर न सिर्फ अपनी राय रखी, बल्कि सरकारी विभागों के साथ मिलकर कुछ मुद्दों के लिए काम भी करना शुरू किया। साल 2000 के चुनाव में फ्लोरिडा में हुई अनियमितताओं के मामले में नागरिक अधिकारों संबंधी जांच में अपनी रिपोर्ट देते हुए बताया था कि ‘मतपत्रों के खारिज किए जाने के पीछे कई नस्लभेदी असमानताएं’ भी देखी गईं।
चुनाव भी हार चुके हैं एलन
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को लेकर पिछले लगभग 35 सालों से सही विश्लेषण प्रस्तुत कर रहे एलन स्वयं एक बार छोटे स्तर पर चुनाव हार चुके हैं। साल 2006 में अमेरिकी सीनेट के लिए मैरीलैंड से एलन ने चुनाव लड़ा था, मगर एक टीवी चैनल के डिबेट में उन्हें आमंत्रित नहीं किए जाने से एक विवाद भी खड़ा हुआ। प्रदर्शन करने पर एलन और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया था, मगर बाद में उन्हें आरोपों से बरी कर गया था।
कुल मिलाकर इस पूरे विवाद का परिणाम ये हुआ कि एलन न सिर्फ ये चुनाव हारे बल्कि छठे नंबर के उम्मीदवार रहे। साल 2012 में एक रिपोर्ट में बताया था कि छह साल पहले अपने चुनाव अभियान के लिए जो कर्ज लिया था, उसे एलन अब भी चुका रहे हैं। ज्ञात हो कि इस बार ट्रंप के आक्रामक प्रचार के बावजूद जो बिडेन का दावा बहुत मज़बूत माना जा रहा है। ऐसे में, ‘Prejudice and the Old Politics’ और Repeal the Second Amendment: The Case for a Safer America’ जैसी चर्चित किताबों के लेखक एलन के दावों पर सबकी निगाहें टिकी है।
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