मिसालः कभी घर में रखे जाते थे कैद, आज देश का पहला ट्रांसजेंडर पायलट है ये शख्स

कहते हैं न कि प्रतिभा और परिश्रम अपने आप इंसान को अकेला बना देती है। ऐसे ही एक अकेले सान हैं एडम हैरी। एडम हैरी देश के पहले ट्रांसजेंडर पायलट हैं, जो आज एकदन से अकेले हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि एडम हैरी का कोई परिवार नहीं था और इनका कोई दोस्त नहीं था। ये सभी लोग एडम हैरी के जीवन में थे, लेकिन सभी ने धीरे-धीरे इनका साथ छोड़ दिया, क्योंकि किसी ने भी एडम हैरी की फीलिंग्स को नहीं समझा। यहाँ तक कि इनके घर वालों ने भी इनका साथ छोड़ दिया। इस समय इनकी उम्र महज 19 बरस की थी। लेकिन एडम हैरी इससे बिल्कुल भी विचलित नहीं हुये और अकेले ही अपने जीवन की राह पर चले पड़े और अपना लक्ष्य तय किया।
आपको बता दें कि एडम हैरी के लिए ये सब बिल्कुल भी आसान नहीं था। इन्हें घर में इतना प्रताड़ित किया जाता था कि इन्हें कई कई दिनों तक घर में ही क़ैद करके रखा जाता था, लेकिन एडम हैरी की मेहनत का फल देखिए कि ईश्वर के आशीर्वाद से घर में क़ैद करके रखे जाने वाले एडम हैरी आज आकाश में उड़ रहे हैं और न सिर्फ़ उड़ रहे हैं बल्कि रोज़ाना कई लोगों को भी उड़ाते हैं।
ग़ौरतलब है कि एडम हैरी केरल के त्रिशुर ज़िले के रहने वाले हैं। बतौर एक ट्रांसजेंडर उन्हें कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन एडम हैरी को बचपन से ही उन्हें प्लेन उड़ाने का शौक था। इसलिए पायलट बनने के लिए उन्होंने प्राइवेट पायलट लाइसेंस की ट्रेनिंग ली। उन्‍हें ये लाइसेंस साल 2017 में जोहानिसबर्ग में ट्रेनिंग के बाद मिला और आज एडम हैरी देश के पहले ट्रांसजेंडर पायलट हैं, जो कि अपने आप में एक बड़ी मिसाल है।

आपको ये पोस्ट कैसी लगी नीचे कमेंट करके अवश्य बताइए। इस पोस्ट को शेयर करें और ऐसी ही जानकारी पड़ते रहने के लिए आप हमें सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर को फॉलो करें।

0/Post a Comment/Comments