आज की सबसे बड़ी और सुर्खियों में रहने वाली खबर यही है कि कानपुर मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारा विकास दुबे मारा गया है। उसके मारे जाने की पुष्टि कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल समेत हैलट अस्पताल के डॉक्टरों ने कर दी है। बता दें कि उज्जैन से कानपुर लाने के क्रम में जिस गाड़ी में विकास दुबे सवार था। वो दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका फायदा उठाते हुए पहले तो उसने पुलिसकर्मियों से पिस्टल छीना इसके बाद उनपर फायरिंग करना शुरू कर दिया, जिसके बाद पहले तो पुलिस ने उसे चेताते हुए सरेंडर करने को कहा लेकिन जब वो नहीं माना तो पुलिस की जवाबी फायरिंग में मारा गया।
वहीं अब उसके मारे जाने के बाद लगातार कई पुरानी परतों के खुलने का सिलसिला जारी है। अब इसी बीच खबर है कि विकास दुबे के वकील घनश्याम उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका में यूपी पुलिस द्वारा विकास दुबे के घर तोड़े जाने को गलत करार देते हुए यूपी पुलिस पर कार्रवाई करने की मांग की गई थी। विकास दुबे के वकील की इस याचिका पर आज सुनावई होना था। बता दें कि विकास दुबे के वकील घनश्याम उपाध्याय ने अपनी याचिका में विकास दुबे का एनकाउंटर किए जाने की भी आशंका जाहिर की थी।
इसके साथ ही याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की थी। इतना ही नहीं, विकास दुबे के वकील ने तो यूपी पुलिस पर विकास दुबे का घर तोड़े जाने की कार्रवाई को अनुचित बताते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। यही नहीं, वकील ने इस पूरे मामले की तय समय सीमा के अतंर्गत जांच कराने की मांग भी की थी।
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