भारत में अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं। भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर सभी धर्म के लोग बिना किसी समस्या के रह सकते हैं।भारत में प्रमुख धर्मों में सबसे पहले हिंदू फिर मुस्लिम फिर सिख इसाई जैन बौद्ध तथा अन्य धर्म शामिल है। हिंदू धर्म के लोग भारत में बहुलता में है। इसके बाद इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों का नंबर आता है।
भारत ही एक ऐसा देश है जिसने सभी धर्मों को अपने अंदर समाहित कर लिया। आज हम भारत के एक प्रमुख धर्म जैन धर्म के बारे में आपको बताने वाले हैं। हमें उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल जरूर पसंद आएगा। चलिए जानते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव थे। महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वे तीर्थंकर थे, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक महावीर स्वामी थे। महावीर स्वामी के बचपन का नाम वर्धमान था। महावीर स्वामी का विवाह कोलिन गोत्रीय कन्या यशोदा से हुआ था। रिंबिक गांव के निकट रूपालीका नदी के तट पर वृक्ष के नीचे महावीर स्वामी को ज्ञान प्राप्त हुआ था। महावीर स्वामी की मृत्यु 527 ईसा पूर्व में हुई थी। त्रिरत्न सम्यक दर्शन सम्यक चरित्र एवं सम्यक ज्ञान का संबंध जैन धर्म से है।
महावीर स्वामी की माता का नाम त्रिशला और पिता का नाम सिद्धार्थ था।जैन मान्यताओं के अनुसार उनका जन्म बिहार के कुंडलपुर के शाही परिवार में हुआ था। विवाह के बाद भगवान महावीर और उनकी पत्नी यशोदा ने एक बेटी को जन्म दिया था जिसका नाम प्रियदर्शना रखा गया था।
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